ऋषिकेश। प्रख्यात अभिनेत्री और मिस इंडिया यूके 2012 की विजेता, माडल, निर्देशक, कास्टिंग डायरेक्टर डीना उप्पल ने परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में शामिल होकर आशीर्वाद लिया। अभिनेत्री डीना उप्पल ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट का आशीर्वाद लिया। साथ ही अपनी आध्यात्मिक जिज्ञासाओं का समाधान किया।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि सिनेमा, साहित्य और संस्कारों के बीच गहरा संबंध है। तीनों परस्पर अलग-अलग विधाएं हैं परंतु तीनों में काफी गहरा और पारस्परिक संबंध है। जिस प्रकार साहित्य में श्रेष्ठबोधता है, सीमाएं हैं उसी प्रकार फिल्मों में भी होना जरूरी है।
फिल्में हैं महत्वपूर्ण
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि फिल्में केवल मनोरंजन का ही साधना न हो बल्कि फिल्मों के माध्यम से उचित संदेश और मर्म पहुंचाना आवश्यक है। जिस प्रकार साहित्य केवल मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि एक वृहद उद्देश्य के लिए होता हैं उसी प्रकार थियेटर व सिनेमा भी उद्देश्यपरक हो तो अत्यंत उपयोगी और प्रभावी होगा।
उत्तराखंड ध्यान और योग की धरती
डीना उप्पल ने कहा कि वास्तव में उत्तराखंड ध्यान और योग की धरती है। यहां आकर मैंने देखा कि यह तो स्वर्ग है। परमार्थ निकेतन, उत्तराखंड में आना, यहां पर होना वास्तव में शांति देना वाला क्षण है। यहां का पूरा वातावरण अद्भुत है, अलौकिक है और स्वर्ग है। मैंने गंगा आरती के विषय में जिताना भी सुना था आज जाना कि वास्तव में यह वे क्षण होते हैं जो मन को शांति व दिव्यता की ओर लेकर जाते हैं।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने दिए उपहार
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने रुद्राक्ष की माला और रुद्राक्ष का दिव्य पौधा अभिनेत्री डीना उप्पल को भेंट किया। वहीं डीना उप्पल ने मां शबरी रामलीला का मंचन करने वाले सभी कलाकारों से भी भेंट की।