कानपुर। कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के 16 वर्षीय अपहृत बेटे कुशाग्र कनोडिया की हत्या कर दी गई है। कुशाग्र का शव फजलगंज थाना क्षेत्र से बरामद हुआ। रायपुरवा पुलिस ने ट्यूशन पढ़ाने वाली महिला शिक्षिका और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी। फिरौती न मिलने पर छात्र की बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
कुशाग्र सोमवार दोपहर बाद 4:00 बजे से लापता था। रात 9:00 बजे 30 लाख रुपए फिरौती के लिए पत्र आने के बाद परिवार को अपहरण की जानकारी मिली। पुलिस ने इस मामले में कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ने वाली शिक्षिका और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्य नगर निवासी कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया का 16 वर्षीय बेटा कुशाग्र कनोडिया जयपुरिया स्कूल से हाई स्कूल की पढ़ाई कर रहा था।
कुशाग्र सोमवार दोपहर बात करी 4:00 बजे ट्यूशन के लिए घर से निकला था लेकिन वापस नहीं लौटा। परिवार वाले उसकी तलाश कर ही रहे थे की रात करीब 9:00 बजे स्कूटी सवार युवक ने घर पर फिरौती का पत्र डालकर फरार हुआ तो परिवार को अपहरण की जानकारी मिली। अपहरण कर्ताओं ने कारोबारी के परिवार से 30 लाख की फिरौती मांगी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद फजलगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती को हिरासत में लिया। यह युवती कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ती थी। इसके साथ ही दो अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। पूरी रात पूछताछ के बाद सामने आया कि इन तीनों ने मिलकर कुशाग्र की हत्या कर दी है। सबको फजलगंज थाना क्षेत्र में ही फेंका गया है। आरोपितों की जानकारी के आधार पर पुलिस मंगलवार की सुबह फजलगंज थाना क्षेत्र से ही शव बरामद कर लिया।
कुशाग्र की रस्सी से गला घोट कर हत्या की गई थी। इंस्पेक्टर रायपुर वह अर्चना गौतम के मुताबिक फिलहाल सामने आया है कि महिला शिक्षिका ने अपने पुरुष मित्र के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। दोनों घर बसाना चाहते थे और इसके लिए रुपयो का इंतजाम करने के लिए उन्होंने कुशाग्र का अपहरण किया। पुलिस जल्दी इस पूरे मामले का पर्दाफाश करेगी।