रांची। झारखंड में कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के खिलाफ आम कार्यकर्ताओं का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। कुछ मंत्रियों ने इसे पाटने की कोशिश भी की है, लेकिन बाकी कार्यकर्ताओं की बातों को उतना महत्व नहीं दिया जा रहा है।
यही कारण है कि संगठन और सरकार के बीच दूरियां बढ़ रही हैं। रविवार को जिला अध्यक्षों और विधानसभा प्रभारियों के साथ समीक्षा बैठक में यही देखने को मिला।
पलामू जिला अध्यक्ष मंत्रियों की लगा दी क्लास
भरी सभा में पलामू जिला अध्यक्ष बिट्टू पाठक ने मंत्रियों की क्लास लगाते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में स्वास्थ्य मंत्री कभी भी पलामू नहीं पहुंचे हैं। उनके लिए तो पूरा झारखंड एक समान होना चाहिए।
पाठक का समर्थन तमाम दूसरे जिलाध्यक्षों ने भी किया। इस दौरान मौजूद मंत्री आलमगीर आलम व अन्य सीनियर नेता सभा में मूकदर्शक बने रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने हालांकि इन नेताओं को शांत किया।
रविवार को विधानसभा सभागार में संगठन सशक्तीकरण अभियान के तहत पंचायत एवं बूथ स्तर तक संगठन की पूर्णता की प्रगति रिपोर्ट जमा करने के लिए जिला अध्यक्षों और विधानसभा क्षेत्र के प्रभारियों को कहा गया था।
सभी जिला अध्यक्ष एवं विधानसभा प्रभारी ने अपने प्रभार के विधानसभा क्षेत्र से संबंधित प्रखंडों, मंडल पंचायत एवं बूथ स्तर तक संगठन निर्माण की रिपोर्ट पेश की। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ने कहा कि लगातार प्रयासों के बावजूद कुछ जगह अभी भी कमेटी का निर्माण कार्य बाकी है।
अनुशासनहीनता नहीं की जाएगी बर्दाश्त
लोकसभा चुनाव नजदीक है अतः इसे शीघ्र पूरा कर लें। उन्होंने कहा की पार्टी में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं कि जाएगी, आवश्यकता पड़ने पर प्रभारी महोदय के निर्देश प्राप्त कर सभी जिला में भी अनुशासन कमेटी का गठन किया जाएगा।
हमारी पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के मान सम्मान में कभी कमी नहीं होगी, इसका सदैव ख्याल रखा जाएगा। इस बात का एहसास मुझे खुद है क्योंकि हम भी एक छोटे से जिला से उठकर यहां तक आए हैं मैं एक बार नहीं 14 साल जिला अध्यक्ष रहा हूं। – आलमगीर आलम
रविवार को कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, शहजादा अनवर और जलेश्वर महतो ने अपने सभी 6-6 जिलों की रिपोर्ट दी। कार्यकारी अध्यक्षों ने जिला अध्यक्षों से कहा की पंचायत कमेटी और बूथ कमेटी को जल्द से जल्द पूरा करें सत्यापन करें ताकि कार्य सत्यापन सही से किया जा सके। बैठक में 24 जिला अध्यक्ष और 67 विधानसभा प्रभारी उपस्थित हुए।