हाल ही बाजार में एक आईपीओ आया है, जिसने निवेशकों को तो मालामाल कर दी दिया है. इसके साथ ही कंपनी के मुख्य प्रमोटर प्रदीप राठौड़ को भी अरबपति बना दिया है. जी हां… अब शहर में एक और नया अरबपति आ गया है. हर घर में खाने को गर्म रखने के लिए कैसरोल का तो इस्तेमाल होता ही है. बरतन बनाने के लिए फेमस कंपनी सेलो वर्ल्ड ने निवेशकों के साथ प्रमोटरों को भी अरबपति बना दिया है.
6 नवंबर को मुंबई स्थित घरेलू सामान बनाने वाली कंपनी सेलो वर्ल्ड का IPO आया है. कंपनी का IPO आने के बाद में निवेशक काफी खुश हैं. लिस्टिंग के दिन ही कंपनी का शेयर 22 फीसदी चढ़ गया था. इसके अलावा कंपनी की मार्केट वैल्यू 16,000 करोड़ रुपये को छू गई. सेलो वर्ल्ड के अध्यक्ष प्रदीप राठौड़ अब भारत के अरबपति लीग में शामिल हो गए हैं. कंपनी में उनकी 44 फीसदी हिस्सेदारी का मूल्य अब $1 बिलियन (₹8,300 करोड़) हो गया है.
जानें क्या है कंपनी की खासियत-
1. इस कंपनी को 1974 में घीसुलाल राठौड़ द्वारा स्थापित किया गया था. सेलो की शुरुआत मुंबई में भारतीय रसोई के लिए थर्मोवेयर मैन्युफैक्चरिंग के रूप में हुई, जिसने बाद में अपने प्रोडक्ट्स की रेंज का विस्तार किया.
2. सेलो वर्ल्ड की 3 प्रमुख कैटेगिरी है. जो कि ग्राहकों को हाउसवेयर प्रोडक्ट्स के साथ ही स्टेशनरी और मोल्डेड फर्नीचर कैटेगिरी से जुड़े प्रोडक्ट उपलब्ध कराती है.
3. 2017 में सेलो ने ग्लासवेयर और ओपल वेयर मार्केट में भी एंट्री की. ‘सेलो’ ब्रांड के तहत कंपनी ने बाजार में अपने प्रोडक्ट्स का विस्तार किया.
4. कंपनी के करीब 13 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी हैं जोकि दमन, हरिद्वार, बद्दी, चेन्नई और कोलकाता में है. इसके अलावा राजस्थान में एक नई ग्लासवेयर रेंज की यूनिट खोलने का प्लान है.
5. Cello के नेट प्रॉफिट में 30 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो वित्त वर्ष 2013 में ₹285 करोड़ तक पहुंच गया. वहीं, पिछले वित्तीय वर्ष में यह ₹219.52 करोड़ था.
कौन है प्रदीप राठौड़?
राठौड़ एक अनुभवी प्रोफेशनल हैं. उनका प्लास्टिक, थर्मोवेयर और कच्चे माल के साथ मैन्युफैक्चरिंग और ट्रेडिंग करने का करीब 40 सालों का लंबा अनुभव है. प्रदीप राठौड़ के बेटे, गौरव और छोटे भाई, पंकज, ज्वाइंट रूप से इस बिजनेस में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम करते हैं. राठौड़ Wim Plast Ltd के प्रमुख प्रमोटर हैं.
चरम पर घरेलू सामान की बिक्री
सेलो वर्ल्ड की शानदार लिस्टिंग पर एक्सपर्ट ने कहा है कि… अच्छी क्वॉलिटी वाली कंपनियों में हमेशा से ही निवेशकों की दिलचस्पी रहती है. इसके अलावा देशभर में दिवाली का त्योहार मानाया जा रहा है. ऐसे में घरेलू सामान की ब्रिकी भी चरम पर है. दिवाली पर लोग अपने घरों में नया-नया सामना खरीदकर लाते हैं.