रांची। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14-15 नवंबर को राज्य के दौरे पर आएंगे। वे खूंटी स्थित भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू का दौरा करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर 15 नवंबर को 24 हजार करोड़ की लागत से पीएम कमजोर जनजातीय समूह मिशन की घोषणा करेंगे।
पीएम-किसान योजना की 15वीं किस्त आज होगी जारी
देश में कुल 75 कमजोर जनजातीय समूह हैं, जो 220 जिलों के 22544 गांवों में निवास करती है। इनकी कुल आबादी लगभग 28 लाख है। अपने दौरे के क्रम में प्रधानमंत्री 7200 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं का लागत रखेंगे और कई योजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वे पीएम-किसान योजना की 15वीं किस्त के तौर पर 18 हजार करोड़ रुपये भी जारी करेंगे। वे केंद्र की नौ वर्षों की उपलब्धियों और फ्लैगशिप योजनाओं के प्रसार और जागरूकता के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरूआत करेंगे।
सरकारी लाभ निचले स्तर तक पहुंचे
केंद्र सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कल्याणकारी योजनाएं स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, सबको एलपीजी सिलेंडर, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, पोषण कार्यक्रम, विश्वसनीय स्वास्थ्य सुविधाएं, शुद्ध पेयजल का लाभ निचले स्तर तक पहुंचे। विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिए इन योजनाओं को लेकर जागरूकता पैदा करना भी उद्देश्य है। प्रधानमंत्री खूंटी से इसे रवाना करेंगे। यह इसके बाद सभी जिलों में आरंभ होगी। 25 जनवरी, 2024 तक यात्रा देश के सभी गांवों को कवर कर लेगा।
कमजोर जनजातीय समूहों तक पहुंचेगी सुविधाएं
पीएम कमजोर जनजातीय समूह मिशन के जरिए इस समुदाय तक सुविधाएं पहुंचाना लक्ष्य है। इनकी रिहायश तक सड़क, टेलीकाम, बिजली, सुरक्षित मकान, शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण और जीविका के साधन पहुंचाएं जाएंगे। इसके अलावा जनजातीय समुदाय तक पीएमजेएवाई, सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीवी उन्मूलन, 100 प्रतिशत टीकाकरण, पीएम मातृ वंदन योजना, पीएम पोषण और पीएम जनधन योजना का लाभ सुदूर इलाकों तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
इन योजनाओं की आधारशिला रखेंगे
राष्ट्रीय राजमार्ग-133 पर 52 किलोमीटर लंबा महगामा-हंसडीहा फोरलेन।
एनएच-14ए पर 45 किलोमीटर लंबा बासुकीनाथ-देवघर फोरलेन।
केडीएच-पुरनाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट।
ट्रिपल आइटी, रांची का नया अकादमिक भवन।
इसका करेंगे उदघाटन
आइआइएम, रांची का नया कैंपस।
आइआइटी आइएसएम धनबाद का नया छात्रावास।
बोकारो में पेट्रोलियन और लुब्रिकेंट डिपो।
रेलवे के हटिया-पकरा, तालगड़िया-बोकारो और जरंगडीह-पतरातू सेक्शन लाइन का दोहरीकरण।
झारखंड में 100 प्रतिशत रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन।