गाजा। सात अक्टूबर को शुरू हुआ इजरायल हमास युद्ध आज 38वें दिन भी जारी है। इजरायली सेना और हमास के आतंकियों के बीच जारी इस खूनी जंग में अब तक गाजा में 11240 लोगों की मौत हो गई है। गाजा सरकार द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार, मृतकों में 4,630 बच्चे और 3,130 महिलाएं थीं, जबकि अन्य 29,000 लोग घायल हुए थे।
द्ध में मरने वालों की संख्या 11,240 के पार
गाजा की हमास सरकार ने कहा कि इजराइल और हमास आतंकवादियों के बीच पांच सप्ताह से अधिक समय तक चली लड़ाई के बाद सोमवार को जारी युद्ध में मरने वालों की संख्या 11,240 तक पहुंच गई। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उत्तरी गाजा की सड़कों पर दर्जनों शव पड़े हुए हैं। यहां सबसे भीषण लड़ाई चल रही है। जब उन्होंने उन्हें निकालने की कोशिश कर रहे हैं तो, एम्बुलेंस इजरायली गोलीबारी की चपेट में आ रही हैं।
आतंक पर जीत हासिल करनी है
वहीं सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि हमास के खात्मे तक यह युद्ध जारी रहेगा। यह केवल एक ‘ऑपरेशन’ या ‘राउंड’ नहीं है, बल्कि आतंकवादी समूह द्वारा उत्पन्न खतरे को खत्म करने का एक निरंतर प्रयास है। अगर हम इन्हें खत्म नहीं करते हैं, तो यह वापस आएगा। अभी मुझे लगता है कि हमें जो करना है वह देश को एक उद्देश्य के लिए एकजुट करना है, आतंक पर जीत हासिल करनी है।
फलस्तीनी विधान परिषद भवन पर इजरायल का कब्जा
इस बीच सोशल मीडिया पर प्रसारित एक तस्वीर में आईडीएफ के गोलानी ब्रिगेड के सैनिकों को गाजा शहर में गाजा के संसद भवन पर कब्जे के बाद अंदर देखा गया। द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, फलस्तीनी विधान परिषद भवन 2007 से हमास के नियंत्रण में था, जिसे अब इजरायली बलों ने अपने नियंत्रण में ले लिया है।
21 आतंकवादी मारे गए
इजरायली सेना ने भी सोमवार को बताया कि उसने गाजा के अल-कुद्स अस्पताल में नागरिकों के बीच हमास लड़ाकों के एक समूह को निशाना बनाया था। गोलीबारी एक आतंकवादी दस्ते द्वारा की गई थी जो अस्पताल के प्रवेश द्वार पर नागरिकों के एक समूह में घुस गया था। आईडीएफ के अनुसार, लड़ाकों ने अस्पताल के प्रवेश द्वार से इजरायली सैनिकों पर गोलीबारी की, जिसके बाद गोलीबारी हुई जिसमें लगभग 21 आतंकवादी मारे गए।
छह नवजात शिशुओं सहित पंद्रह मरीजों की मौत
बिजली कटौती और चिकित्सा आपूर्ति की कमी के कारण उत्तरी गाजा के अल-शिफा अस्पताल में छह नवजात शिशुओं सहित पंद्रह मरीजों की मौत हो गई है। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने 202 स्वास्थ्य कर्मियों की हानि और 53 एम्बुलेंसों के अक्षम होने का भी उल्लेख किया। इस हमले में अब तक 29 हजार लोग घायल हो गए हैं।