मथुरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 23 नवंबर को कान्हा की नगरी का दौरा कई मायनों में बेहद खास है। पीएम फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी के भक्त मीराबाई पर आधारित नृत्य नाटिका देखने आ रहे हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक रूप से भी उनका ये दौरा काफी महत्वपूर्ण है।
तीसरी बार सांसद बनने को तैयार हेमा
तीसरी बार सांसद बनने को तैयार हेमामालिनी की चुनावी तैयारियों को यह दौरा नई धार देगा। मथुरा में 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले ब्रज रज उत्सव में कृष्ण भक्त मीराबाई पर आधारित नृत्य नाटिका फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी प्रस्तुत करेंगी।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री के इस दौरे के अपने राजनीतिक निहितार्थ हैं। दरअसल, वर्ष 2014 और 2019 में मथुरा से सांसद चुनी गईं हेमा मालिनी तीसरी बार भी चुनाव मैदान में उतरना चाहती हैं। वे कई बार कह चुकी हैं कि वे पूरी तरह फिट हैं, नेतृत्व कहेगा तो जरूर चुनाव लड़ूंगी। इसी वर्ष अपने जीवन के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाली हेमा मालिनी के सामने भाजपा के चुनाव में बनाए गए उम्र के नियम भी आड़े आ रहे हैं।
हेमा की उम्र 75 की तो मैदान में आ गए दावेदार
हेमा मालिनी की उम्र 75 हुई, तो कई अन्य दावेदार मैदान में आ गए हैं। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौट के साथ ही महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने वाले नितीश भारद्वाज का नाम भी चर्चा में है। स्थानीय नेता भी कतार में हैं। ऐसे में पीएम मोदी का ये दौरा वह भी केवल हेमा के कार्यक्रम के लिए, उनके राजनीतिक करियर के लिए काफी अहम है।
राजनीतिक खेमे में चर्चा है कि हेमा इस कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री और पार्टी के अंदर अपनी मजबूत पकड़ भी दिखाना चाहती हैं। अब लोकसभा चुनाव में चंद माह ही रह गए हैं, ऐसे में ये दौरा हेमा के राजनीतिक कद से जोड़कर देखा जा रहा है। जाहिर है कि प्रधानमंत्री का संबोधन भी इस पूरे दौरे में काफी अहम होगा।
टिकट मांग रहे दावेदारों को पस्त करने के साथ ही हेमा मालिनी की चुनावी तैयारी को भी पीएम का दौरा नई धार देगा। पीएम का संबोधन भी सांसद की भविष्य की राजनीतिक दिशा तय कर सकता है।