लखनऊ। राज्य में 1600 मेगावाट क्षमता की एक और तापीय परियोजना स्थापित की जाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड और एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम के तौर पर स्थापित की जाने वाली अनपरा-ई परियोजना पर लगभग 18,624 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
पावर कारपोरेशन के साथ ही विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष डा. आशीष गोयल की अध्यक्षता में सोमवार को उत्पादन निगम बोर्ड की हुई बैठक में 1600 मेगावाट की परियोजना स्थापित करने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। गोयल ने बताया कि सोनभद्र में स्थापित की जाने वाली परियोजना के निर्माण में लगभग 18,624 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है।
परियोजना को एनटीपीसी एवं उत्पादन निगम के संयुक्त उपक्रम मेजा उत्पादन निगम लिमिटेड के तहत स्थापित किया जाएगा। अनपरा में अनपरा-अ, अनपरा-ब, अनपरा-द की कुल 2630 मेगावाट की इकाइयां सहित अनपरा-स 1200 मेगावाट की परियोजना स्थापित है। अध्यक्ष ने बताया कि निगम की ओबरा सी और जवाहरपुर की 660-660 मेगावाट की पहली यूनिटों से जल्द ही नियमित बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
गोयल ने निगम अधिकारियों को 660 मेगावाट की पनकी तापीय परियोजना से भी गर्मी तक बिजली का उत्पादन शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अनपरा, पारीछा एवं ओबरा परियोजनाओं की मरम्मत का कार्य भी अगले वर्ष जनवरी तक पूरा करने के निर्देश दिए ताकि शहर से गांव तक के प्रदेशवासियों को निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
500 मेगावाट अनपरा की बंद चल रही यूनिट को भी जल्द चालू कराने के निर्देश दिए। अध्यक्ष ने कहा कि नई भर्तियों की प्रक्रिया को समय से पूरा किया जाए। 43 लेखा लिपिक, चार मुख्य रसायनज्ञ, चार अपर निजी सचिव, आठ सहायक समीक्षा अधिकारियों एवं 30 कंप्यूटर सहायकों को जल्द ज्वाइन कराया जाए। 123 नए सहायक अभियंताओं के नियुक्ति पत्र भी जल्द जारी किए जाएं।
दस अधिशासी अभियंताओं को चेतावनीपावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल ने सोमवार को एक मुश्त समाधान योजना एवं राजस्व वसूली में बेहतर परिणाम न देने वाले दस अधिशासी अभियंताओं को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि दिसंबर तक ओटीएस एवं विद्युत संबंधी कार्यो में सुधार न दिखाई देने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।