उत्तराखंड के उत्तरकाशी में पिछले 10 दिन से सुरंग के अंदर 41 लोग फंसे हुए हैं. वो जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं. देशवासी उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन भी जारी है. इस बीच सुरंग के अंदर फंसे लोगों का एक वीडियो सामने आया है. इसमें देखा जा सकता है कि मजदूर किन हालातों में सुरंग में रहने को मजबूर हैं. रेस्क्यू टीम ने वॉकी टॉकी के जरिए उन मजदूरों से बात की और उनका हौसला बढ़ाया.
बता दें कि 6 इंच चौड़ी नई पाइपलाइन के जरिए एंडोस्कोपिक कैमरा सिलक्यारा सुरंग के अंदर भेजा गया था. इसके जरिए मजदूरों से बातचीत की गई और उनकी गिनती भी की गई. सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं. कैमरे पर उन्होंने बारी-बारी से रिस्पॉन्स किया है.
‘जल्दी निकाल लेंगे, घबराएं नहीं’
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे सुरंग के अंदर कैमरा पहुंचने पर उसमें फंसे लोग नजर आ रहे हैं. रेस्क्यू टीम का एक सदस्य सुरंग के अंदर फंसे लोगों से पूछता है- आप सब ठीक हो? सारे लोग ठीक हैं तो कैमरे में अपने आप को दिखाएं. हाथ खड़ा करें… अच्छे से मुस्कुराएं. हम तुम्हारे पास जल्दी पहुंचेंगे, घबराएं नहीं. एक-एक आदमी कैमरे के पास आते रहें. ताकि आपके के परिजनों को दिखाएं कि आप सुरक्षित हो.
इसके बाद पाइप के सहारे सुरंग के अंदर गए कैमरे के सामने मजदूर आने शुरू होते हैं. उन्हें सही-सलामत देखकर रेस्क्यू टीम के साथ-साथ सभी देशवासियों ने राहत की सांस ली. इसके बाद वॉकी टॉकी से उन लोगों ने बात भी की. उम्मीद है बाहर आने के लिए अब उन्हें और ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
पाइप के जरिए पहुंचाया गया खाना-पानी
मालूम हो कि सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों के लिए सोमवार रात को पाइप के जरिए 24 बोतल भर कर खिचड़ी और दाल भेजी गई. 9 दिन बाद पहली बार मजदूरों को भरपेट भोजन मिला. इसके अलावा संतरे, सेब और नींबू का जूस भी भेजा गया. आज मजदूरों को दलिया और अन्य खाद्य सामग्री भेजी जाएगी. अभी तक पाइप के जरिए सिर्फ मल्टी बिटामिन, मुरमुरा और सूखे मेवे भेजे जा रहे थे.
इसके अलावा मोबाइल और चार्जर भेजने की कोशिश की जारी है. अंदर वाईफाई कनेक्शन सेटअप करने के प्रयास किए जा रहे हैं. डीआरडीओ के रोबोट काम पर लगे हैं. इस बीच वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीन भी पहुंच गई है.
फिलहाल, सिलक्यारा सुरंग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान चल रहा है. इसमें सहयोग करने के भारत सरकार के आग्रह पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स भी सिलक्यारा पहुंचे हैं. तमाम तरह की आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं.