चंडीगढ़। हरियाणा के अधिकतर जिलों का दौरा करने के बाद भाजपा के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी मिशन 2024 की रणनीति को सिरे चढ़ाने में जुट गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भाजपा प्रभारी बिप्लब कुमार देब से चर्चा करने के बाद नायब सैनी ने 24 नवंबर को पंचकूला में पार्टी की बड़ी बैठक बुला ली है।
इस बैठक में भाजपा के सभी नीति निर्धारक और रणनीतिकार शामिल होंगे, जो मिशन 2024 को गति देने के साथ ही एकजुट होकर तीसरी बार सत्ता में वापसी की रणनीति तैयार करेंगे।
24 नवंबर को पंचकूला स्थित पार्टी कार्यालय में होगी बैठक
भाजपा की यह बैठक 24 नवंबर को पंचकूला स्थित पार्टी कार्यालय में सुबह 11 बजे से होगी, जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पार्टी प्रभारी बिप्लब कुमार देब भी शामिल होंगे। राज्य सरकार के सभी मंत्रियों, राज्य मंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को इस बैठक में रहने के लिए कहा गया है।
2019 के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पराजित उम्मीदवार भी भाजपा की इस बैठक का हिस्सा होंगे। नायब सैनी ने पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों व जिला प्रभारियों को भी बैठक में बुलाया है, ताकि उनकी राय से चुनावी समर में पूरी मजबूती के साथ उतरा जा सके।
मिशन 2024 को गति देने पर होगी चर्चा
बैठक में वैसे तो केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति पर बातचीत होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि मिशन 2024 को गति देने पर चर्चा होगी। ओमप्रकाश धनखड़ के स्थान पर नायब सैनी सैनी भाजपा के अध्यक्ष बने हैं।
अध्यक्ष बनते ही नायब सैनी पूरे प्रदेश के दौरे पर निकल पड़े थे। उन्होंने हर जिले में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और सरकार व संगठन के कामकाज पर फीडबैक लिया। 24 नवंबर की बैठक को व्यापक स्तर पर नायब सैनी की लांचिंग के रूप में भी देखा जा रहा है।
हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा की सीटें
हरियाणा में लोकसभा की 10 और विधानसभा की 90 सीटें हैं। राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है, जिसे बरकरार रखना मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष के लिए बड़ी चुनौती है। 90 विधानसभा सीटों में से 41 पर भाजपा का कब्जा है।
पिछले चुनाव में हालांकि भाजपा ने 75 पार का नारा दिया था, लेकिन इतनी कम सीटों के बावजूद भाजपा जोड़तोड़ की राजनीति करते हुए अपनी सरकार दूसरी बार बनाने में कामयाब हो गई थी। इस बार 2024 के चुनाव में भाजपा का फोकस बिना किसी बैसाखियों के अपने पद पर तीसरी बार सरकार बनाने का है, जिसके लिए 24 नवंर की बैठक में सांसदों, विधायकों, मंत्रियों व जिला प्रधानों को टास्क सौंपा जाएगा।