हाथरसः उत्तर प्रदेश के हाथरस में हाथरस महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले 55 हजार रुपए पाने के लिए दो महिलाओं ने दोबारा शादी कर ली। जैसे ही मामला अधिकारियो के संज्ञान में आया तो मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई। मामला हाथरस जिले की कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के बागला डिग्री कॉलेज के मैदान में चल रहे हाथरस महोत्सव मेले का है। यहां 15 दिसंबर को महोत्सव की शुरुआत मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम से की गई थी। इस सामूहिक विवाह में 300 जोड़े शादी के बंधन में बंधे थे।
इन्ही 300 जोड़ों में कुछ शादीशुदा और भाई-बहन ने भी शादी के मंडप में फेरे ले लिए थे। जब इस मामले में सिकंदराराऊ ब्लॉक के निवासियों ने शादीशुदा जोड़ों को पहचान लिया तो इस मामले में एसडीएम सिकंदराराऊ से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत में बताया गया कि महिलाएं पहले से ही शादीशुदा थीं। मगर फर्जी तरीके से सामूहिक विवाह योजना में पंजीकरण करवा कर महिलाओं ने दोबारा शादी कर ली। इस मामले में अन्य आरोपियों के भी शामिल होने की आशंका है।
शिकायतकर्ता के मुताबिक सामूहिक विवाह योजना में मिलने वाले 55 हज़ार रुपये पाने के लिए दो महिलाएं फर्जीवाड़े की इंतहा पार कर गई। दोनों महिलाओं ने पहले से शादीशुदा होने के बावजूद सामूहिक विवाह योजना में अपना पंजीकरण कराया। वहीं शिकायत में यह भी शामिल है कि भाई-बहन ने भी इस सामूहिक विवाह से लाभ लेने के लिए शादी कर ली है। वहीं इस पूरे प्रकरण में हाथरस जिलाधिकारी अर्चना वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच करने के निर्देश समाज कल्याण अधिकारी को दिए है। दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।