लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में मेट्रो रूट का विस्तार होने जा रहा है। 2 जनवरी को हुई एक बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला लिया है। दूसरे और तीसरे फेज के तहत मेट्रो को चारबाग से आईआईएम और पीजीआई तक ले जाया जाएगा। यूपी सरकार के इस फैसले से सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव काफी खुश नजर आ रहे हैं। उन्होंने प्रस्तावित मेट्रो रूट मैप को शेयर करते हुए सोशल मीडिया X पर लिखा है-‘देर आए दुरुस्त आए।’
गौरतलब है कि वर्ष 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ मेट्रो की डिटेल रिपोर्ट केंद्र की यूपीए सरकार को भेजा था। इस प्रोजेक्ट को उस समय मंजूरी नहीं मिल पाई थी। इसके बाद सपा की सरकार आई और अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते मेट्रो परियोजना को मंजूरी मिली। ये अखिलेश का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसकी शुरुआत 2013 में हुई और 2017 में पहले फेज का काम पूरा हो गया था। 2017 विधानसभा चुनाव से पहले मेट्रो पूरी तरह तैयार नहीं हो पाया था पर अखिलेश ने सिर्फ दो मेट्रो स्टेशनों के बीच मेट्रो ट्रेन का शुभारंभ कर दिया था।
योगी और अखिलेश में लगी थी श्रेय लेने का होड़
इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बने और मेट्रो का अधूरा काम पूरा कराया गया। इसके बाद सीएम योगी ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल राम नाईक की मौजूदगी में फीता काटकर औपचारिक तौर पर लखनऊ मेट्रो सेवा की शुरुआत की। इसके बाद योगी और अखिलेश में लखनऊ मेट्रो का श्रेय लेने की होड़ मच गई। सपा कार्यकर्ताओं ने पूरे लखनऊ में पोस्टर चिपकाकर बताया कि ये काम अखिलेश यादव सरकार में शुरू कराया गया था।