नई दिल्लीः कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के विमान ने एक बार फिर उन्हें धोखा दे दिया. यह पहला मौका नहीं है जब उन्हें विमान की वजह से शर्मसार होना पड़ा है. इससे पहले जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भी उनका विमान उड़ान नहीं भर पाया था. इसकी वजह से उन्हें दिल्ली में डेढ़ दिन से ज्यादा रुकना पड़ा था.
जमैका में खराब हो गया था विमान
अब ताजा मामला जमैका का है. जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने के लिए वहां उनका विमान उड़ान नहीं भर पाया. वह 26 दिसंबर को जमैका स्थित रिजॉर्ट के लिए रवाना हुए थे. वह गुरुवार को वापस देश आए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो का विमान जमैका में खराब हो गया था. इसके बाद राष्ट्रीय रक्षा विभाग ने उनके लिए आनन-फानन में दूसरा विमान जमैका भेजा.
दूसरा विमान भी पहुंचा जमैका
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जस्टिन ट्रूडो का परिवार छुट्टियां मनाने के लिए गया था, पहला विमान आने के बाद खराब हो गया था. किसी तरह टेक्नीशियन की मदद से उसे ठीक किया गया. वहीं दूसरा विमान भी वहां पहुंच गया था. दोनों विमान रॉयल कैनेडियन वायु सेना की ओर संचालित CC-144 चैलेंजर्स कैटेगरी विमान हैं.
बैकअप के लिए पहुंचा विमान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दूसरा विमान पहले की मरम्मत के लिए तकनीशियन की टीम लेकर पहुंचा था. उसे बैकअप के तौर पर वहां रहा गया था कि अगर जरूरत हुई तो जस्टिन ट्रूडो की यात्रा के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सके.
पारिवारिक दोस्तों ने मिलकर की थी यात्रा
पहले विमान में खराबी की जानकारी 2 जनवरी को हुई थी. इसके बाद कनाडा से एक टीम जमैका पहुंची. उसने विमान की मरम्मत की. बता दें कि इस यात्रा के खर्च को लेकर जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि इसका बोझ वह खुद उठाएंगे. बाद में पीएमओ ने साफ किया था कि यह यात्रा पारिवारिक मित्रों ने मिलकर की थी.
याद रहे कि जस्टिन ट्रूडो का यह विमान 36 साल पुराना है. पहले भी यह खराब हो चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अक्टूबर 2016 में भी यह उड़ान के करीब आधे घंटे बाद वापस कनाडा लौट गया था. वह बेल्जियम की यात्रा पर थे. ट्रूडो का यह विमान 16 महीने तक सेवा से बाहर रहा है.