भारतीय नौसेना ने एक बार फिर समुद्र में अपना पराक्रम दिखाते हुए सशस्त्र डाकुओं से एक जहाज और इसके क्रू को बचाया है। नेवी के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने कोच्चि के तट से लगभग 800 मील दूर सशस्त्र समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी को बचाया। भारतीय नौसेना समुद्री डाकुओं से लगातार जहाजों की रक्षा कर रही है।
नौसेना ने ऑपरेशन को अंजाम दिया
भारतीय रक्षा अधिकारी ने कहा कि इस नाव के चालक दल को सुरक्षित बचाने के लिए भारतीय नौसेना के समुद्री कमांडो ने ऑपरेशन को अंजाम दिया। पिछले 24 घंटों में भारतीय नौसेना का यह दूसरा सफल समुद्री डकैती रोधी अभियान था। क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारतीय नौसेना के युद्धपोत हिंद महासागर क्षेत्र के चारों ओर तैनात हैं।
सोमालिया तट पर भी छुड़ाया था जहाज
इससे पहले 5-6 जनवरी को भारतीय नौसेना ने सोमालिया तट पर हाईजैक किए गए जहाज एमवी लिली नॉरफॉक को समुद्री लुटेरों से छुड़ाया था। नौसेना की त्वरित कार्रवाई ने समुद्री लुटेरों को भागने पर मजबूर कर दिया और इसमें सवार सभी क्रू मेंबर सुरक्षित बचा लिए गए। इनमें से 15 भारतीय अपहृत जहाज पर चालक दल का हिस्सा थे। बचाए गए चालक दल के उत्साहित सदस्यों ने खुशी जताते हुए भारत माता की जय का नारा लगाया और भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया।
नौसेना का समुद्री सुरक्षा अभियान
बता दें कि भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपने व्यवसायिक जहाज पर हुए हमले के बाद कार्रवाई तेज कर दी है। नौसेना ने अरब सागर में व्यावसायिक जहाज एमवी केम प्लूटो पर हमले समेत क्षेत्र में हाल की घटनाओं के मद्देनजर इस क्षेत्र में केंद्रित समुद्री सुरक्षा अभियान शुरू किया था। अरब सागर में हाल की समुद्री घटनाओं के मद्देनजर भारतीय नौसेना ने क्षेत्र में केंद्रित समुद्री सुरक्षा अभियान शुरू किया है। क्षेत्र में भारतीय नौसेना के युद्धपोतों की मौजूदगी और हवाई निगरानी बढ़ा दी गई है। 27 दिसंबर 2023 को पोरबंदर से लगभग 217 समुद्री मील की दूरी पर चालक दल के 21 भारतीय सदस्यों वाले वाणिज्यिक जहाज एमवी केम प्लूटो पर ड्रोन हमला किया गया था, जिसके बाद भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने जहाज को सहायता प्रदान करने के लिए कई पोत तैनात किए थे।