सरकार जल्द ही 14 और एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा (Digi Yatra) शुरू करने की तैयारी में है. साथ ही इस सेवा से विदेशी नागरिकों को भी जोड़ा जाएगा. घरेलू यात्रियों के लिए फिलहाल डिजी यात्रा सेवा 13 एयरपोर्ट पर उपलब्ध है. चेहरे को पहचानने वाली तकनीक (FRT) पर आधारित डिजी यात्रा की मदद से एयरपोर्ट पर जांच के दौरान यात्रियों को काफी सुविधा होती है. लोगों को सुरक्षा जांच की लंबी प्रक्रिया से बचने में मदद मिलती है.
14 एयरपोर्ट पर शुरू होगी डिजी यात्रा
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार इस साल मार्च तक चेन्नई, भुवनेश्वर और कोयंबटूर समेत 14 एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा शुरू करने की योजना बना रही है. डाबोलिम, मोपा गोवा, इंदौर, बागडोगरा, चंडीगढ़, रांची, नागपुर, पटना, रायपुर, श्रीनगर और विशाखापत्तनम जैसे एयरपोर्ट डिजी यात्रा से जोड़े जाएंगे. इसके अलावा डिजी यात्रा 2025 में 11 और एयरपोर्ट पर लागू की जाएगी.
डिजी यात्रा एप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ई-पासपोर्ट आधारित नामांकन शुरू करने जा रही है. इससे विदेशी नागरिकों को भी डिजी यात्रा सेवा का लाभ मिलने लगेगा. आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2022 से नवंबर, 2023 के बीच डिजी यात्रा एप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है. एप ने एंट्री और बोर्डिंग गेट पर लगने वाले समय को कम किया है.
दिसंबर, 2022 में शुरू की गई थी यह सेवा
डिजी यात्रा सेवा की शुरुआत दिसंबर, 2022 में की गई थी. फिलहाल यह सेवा 13 एयरपोर्ट पर उपलब्ध है. इनमें दिल्ली, बेंगलुरु, वाराणसी, हैदराबाद, कोलकाता, विजयवाड़ा, पुणे, मुंबई, कोचीन, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर और गुवाहाटी शामिल हैं. डिजी यात्रा के लिए दिया गया डाटा एनक्रिप्टेड होता है. यात्री को आधार नंबर के हिसाब से एनरोलमेंट करने का मौका मिलता है. साथ ही अपनी फोटो और डिटेल भी अपलोड करने होते हैं. इसके बाद बोर्डिंग पास को स्कैन करते ही आपकी जानकारी एयरपोर्ट के साथ साझा कर दी जाती है.
हवाई यात्रियों के लिए स्वैच्छिक है डिजी यात्रा
एयरपोर्ट ई-गेट पर यात्री को पहले बार-कोडेड बोर्डिंग पास को स्कैन करना होगा. ई-गेट पर मौजूद फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (Facial Recognition System) यात्री की पहचान और यात्रा दस्तावेज की जांच कर लेगा. यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद यात्री ई-गेट के जरिए एयरपोर्ट में प्रवेश कर सकता है. यात्री को सुरक्षा घेरे से बाहर निकलने और विमान में चढ़ने के लिए सामान्य प्रक्रिया का पालन करना होगा. हाल ही में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा था कि डिजी यात्रा हवाई यात्रियों के लिए स्वैच्छिक है. एयरपोर्ट कर्मचारियों को यात्रियों की सहमति से ही डाटा इकठ्ठा करने का निर्देश दिया गया है.