एआरटीओ की अवैध वसूली के विरोध में आया बार एसोसिएशन, एआरटीओ कार्यालय के लिपिक घूस न देने पर अधिवक्ताओं के नहीं कर रहे कार्य चित्रकूट। जिले में एआरटीओ प्रवर्तन व प्रशासन का चार्ज पाए विवेक शुक्ला अंधी कमाईं में इस कदर पगला गए कि जायज कार्य में भी उन्हें रूपए मिलने चाहिए। बार एसोसिएशन अध्यक्ष संजय करवरिया व पूर्व महासचिव अनिल सिंह ने बताया कि अब तक इस जिले में इतना बड़ा लुटेरा एआरटीओ नहीं आया कि अधिवक्ता से रुपयों की मांग करें, अधिवक्ताओं के बच्चों के ड्राइविंग लाइसेंस में एआरटीओ कार्यालय के लिपिक घूस देने को मजबूर कर रहे हैं। एआरटीओ विवेक शुक्ला इसके पूर्व जिले में खंड विकास अधिकारी के पद पर भी रह चुके हैं। उस दौरान इनकी कार्यशैली पर प्रधानों ने सवाल उठाए थे। अब इसी जिले में वह एआरटीओ है। कार्यालय में कभी बैठकर जनता के कार्य न करके पीटीओ संतोष तिवारी से कार्यालय के कार्यों का संपादन कराना भी विवेक शुक्ला की चालाकी है। गुरुवार को पीटीओ संतोष तिवारी ने किसी को कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया। कहा कि एआरटीओ कार्यालय के बाहर खुले डिब्बों में बैठे उनके लोगों के जरिए फाइल भेजें, बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि एआरटीओ विवेक शुक्ला को शासन ने हटाया नहीं तो अधिवक्ता एआरटीओ कार्यालय की अवैध वसूली बंद कराने को कार्यालय का घेराव करेंगे। पूरे जिले की सड़कें ओवरलोडिंग में खस्ताहाल हो गई है। लेकिन एआरटीओ ओवरलोडिंग बंद कराने के बजाए अंधी कमाई में इस कदर बढ़ावा दे रहे कि बगैर नंबर प्लेट के वाहन खनिज सामग्री का ढुलान कर रहे हैं।