उत्तर प्रदेश में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की कोशिश की गई. कानुपर, गाजीपुर, देवरिया के बाद अब रामपुर जिले में ट्रेन पलटाने की साजिश रची गई. उत्तराखंड बॉर्डर से सटी कॉलोनी के पीछे से गुजर रही रेलवे लाइन पर टेलीकॉम का पुराना 7 मीटर लंबा खंभा रखा हुआ था, इस बीच वहां से देहरादून (दून) एक्सप्रेस गुजर रही थी. रेलवे ट्रैक पर खंभा रखा देख ट्रेन के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बड़े हादसे को टाल दिया. रेलवे ट्रैक पर खंभा रखे होने की सूचना पर GRP और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए. अधिकारियों ने खंभे को ट्रैक से हटवाया, जिसके बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई.
यह घटना बीते बुधवार रात की है. बलवंत एन्क्लेव कॉलोनी के पीछे से गुजर रही बिलासपुर रोड रुद्रपुर सिटी स्टेशन के किमी 43/10-11 रेलवे लाइन पर टेलीकॉम का पुराना लोहे का 7 मीटर लंबा खंभा रेलवे ट्रैक पर रखा हुआ था. बुधवार रात करीब 11 बजे वहां से गुजर रही देहरादून एक्सप्रेस (नंबर-12091) के लोको पायलट की नजर खंभे पर पड़ गई. यह देख उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दिया.
GRP एसपी ने भी की जांच-पड़ताल
इस घटना की जानकारी देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट के द्वारा स्टेशन मास्टर और GRP को दी गई. सूचना मिलते ही GRP और RPF टीम मौके पर पहुंच गई. थोड़ी देर बाद रामपुर SP ने भी जिले की पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया. टीम ने खंभे को कब्जे में लेकर रात में ही सर्चिंग शुरू कर दी. मुरादाबाद से GRP SP विद्या सागर मिश्र भी घटनास्थल पर पहुंचे.
रेलवे ट्रैक पर किसने रखा खंभा?
फिर गुरुवार सुबह अधिकारियों की टीम दोबारा घटनास्थल पर पहुंची. साथ ही आसपास के लोगों से जानकारी ली. लोगों ने बताया कि कॉलोनी के पीछे से गुजरने वाली रेलवे लाइन पर कुछ युवक नशा करते हैं. इसी वजह से आस-पास के इलाकों में छोटी-मोटी चोरियां भी होती हैं. यह काम उन्हीं लोगों का है. फिलहाल GRP, RPF और जिले की पुलिस इस खंभे को रखने वालों की तलाश में जुटी है.
UP में इन जिलों में भी ट्रेन को पलटाने की हुई साजिश
रामपुर से पहले यूपी में कानुपर, देवरिया और गाजीपुर में ट्रेन को पलटाने की साजिश हो चुकी है. कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने के लिए रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर रख दिए गए थे. घटनास्थल से सिलेंडर के अलावा कांच की बत्ती लगी बोतल, माचिस और एक संदिग्ध झोला मिला था. वहीं गाजीपुर में तो रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा गुटका रखा था. यह गुटका स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस के इंजन से टकरा गया था. हालांकि ट्रेन डिरेल होने से बच गई थी.