ब्यूरो इटावा
ओम श्री पागलबाबा गंगासागर धाम पर पितृ श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन,
भरथना,इटावा। मनुष्य के जीवन में सत्संग का बहुत बडा महत्व है। सत्संग से जीवन की कई समस्याओं का समाधान भी हो जाता है। जिसके जीवन में प्रभु की भक्ति समाहित हो गई, उसको परमानन्द प्राप्त होता है अर्थात् ईश्वर स्वयं उसके ह्रदय में वास करते हैं।
उक्त बात बकेवर रोड स्थित ओम श्री पागलबाबा गंगासागर धाम मोढी पर आयोजित सम्पूर्ण पितृ श्रीमद् भागवत कथा के दौरान सरस कथावाचक गोपालजी महाराज (श्रीधाम वृन्दावन) ने कही। मन्दिर के समीप स्थित पंचतत्व विलीन स्थल पर पितृ पक्ष अनुष्ठान का निःशुल्क आयोजन चल रहा है। साथ ही श्रीमद् भागवत प्रति श्लोकी महायज्ञ भी आगामी 2 अक्टूबर तक चलेगा। गंगासागर धाम के मुख्य न्यासी श्याम सुन्दर चौरसिया की मौजूदगी में कथावाचक गोपालजी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालु महिला-पुरूषों को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि पागलबाबा दुनिया के लिए पागल थे,लेकिन वास्तविकता यह है कि वह बाँकेबिहारी की भक्ति के सच्चे पागल थे। जिन्होंने कभी भी ऐश्वर्य से कोई मतलब नहीं रखा,सिर्फ ईश भजन को ही अपना जीवन माना। वहीं ‘‘जिसके जीवन में मिला सत्संग है,उसे हर घडी आनन्द ही आनन्द है‘‘ भजन पर श्रद्धालु जमकर आनन्दित हुए।