नई दिल्ली। Pager Blast in Lebanon लेबनान में कई शहरों में सीरियल पेजर ब्लास्ट से सनसनी फैली है। आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के हजारों सदस्यों के पेजर में हुए ब्लास्ट से 20 लोगों की मौत हो गई। हिजबुल्लाह ने आरोप लगाया है कि इस हमले में इजरायल का हाथ शामिल है। वहीं, अब इसका केरल कनेक्शन भी सामने आया है।
केरल से जुड़ा कनेक्शन
दरअसल, हिजबुल्लाह के लड़ाके मैसेज पर बातचीत करने के लिए पेजर का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें ब्लास्ट होने के बाद इसमें इजरायल का हाथ बताया गया। आरोप है कि इजरायल ने पेजर बनाने वाली कंपनी के साथ मिलकर इसमें कुछ विस्फोटक सामग्री डाली थी।
इस हमले में कई शेल कंपनियों के नाम सामने आ रहे हैं, उनमें से एक के संस्थापक केरल में जन्मे भारतीय व्यक्ति हैं।
वायनाड के शख्स की कंपनी का नाम
हंगरी की एक मीडिया आउटलेट के अनुसार, पेजर डील में बुल्गारिया की एक कंपनी नोर्टा ग्लोबल लिमिटेड भी शामिल थी। इस कंपनी के संस्थापक नॉर्वे के नागरिक रिनसन जोस हैं, जिनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है। रिनसन जोस मूल रूप से केरल के वायनाड स्थित मनंतावडी के रहने वाले हैं।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, रिनसन जोस का जन्म वायनाड में हुआ था और एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो नॉर्वे चला गया था।
शेल कंपनियों के नाम से फंसा हिजबुल्लाह
कई रिपोर्टों के अनुसार, इस हमले में इजरायल ने हिजबुल्लाह के साथ खेल खेला है। इजरायल ने इस हमले में कई शेल कंपनियों का इस्तेमाल किया, जिससे जांच में हिजबुल्लाह उलझ जाए। शुरुआत में हुआ भी ऐसा ही और हिजबुल्लाह ने इसके पीछे ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोल्लो को समझा था। हालांकि, बाद में कंपनी ने सफाई दी की जो पेजर ब्लास्ट हुए वो उसके है ही नहीं।
लेबनान को इजरायल ने कैसे दहलाया?
लेबनान का कहना है कि पेजर में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा उत्पादन स्तर पर ही छेड़छाड़ की गई। मोसाद ने डिवाइस के अंदर एक बोर्ड इंजेक्ट किया जिसमें विस्फोटक सामग्री होती है जो एक कोड प्राप्त करती है। इसे किसी भी माध्यम से पता लगाना बहुत मुश्किल है। किसी भी डिवाइस या स्कैनर से भी नहीं।
सूत्र ने कहा कि जब उन्हें एक कोडित संदेश भेजा गया तो 5000 पेजर फट गए, साथ ही विस्फोटक भी सक्रिय हो गए।
रिनसन जोस कैसे जांच के घेरे में?
हंगरी की मीडिया कंपनी टेलेक्स के अनुसार, कागजों में ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोल्लो के साथ बीएसी ने अनुबंध किया था, लेकिन असल में सौदा नोर्टा ग्लोबल ने किया था।
एक रिपोर्ट के अनुसार, नोर्टा ग्लोबल की स्थापना भारतीय मूल के रिनसन जोस ने की थी। ये बुल्गारिया की राजधानी सोफिया के पते पर पंजीकृत था। हालांकि, बुल्गारिया की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (SANS) ने रिनसन जोस को क्लीन चिट दी है।