चित्रकूट। पुलिस अधीक्षक के सख्त निर्देशों के बावजूद चित्रकूट जिले में गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि गांजा तस्करी ने युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, यह अवैध धंधा इतना फैल चुका है कि अब बच्चे और बुजुर्ग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं, जिससे गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
प्रशासनिक नाकामी पर उठे सवाल
स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से यह धंधा बेखौफ चल रहा है। गांजा तस्करी पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस और प्रशासन ने आंखें मूंद ली हैं। इससे पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठने लगे हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता इस पूरे मामले को और गंभीर बना रही है।
चौकी प्रभारी पर गंभीर आरोप
खासकर परिक्रमा मार्ग चौकी के अंतर्गत आने वाले सेमरिया जगन्नाथ रोड के पास व खोही चौराहा से शिवरामपुर रोड पर गांजे की खुली बिक्री की शिकायतें आ रही हैं। सूत्रों का दावा है कि इस पूरे मामले में चौकी प्रभारी की भूमिका भी संदिग्ध है, क्योंकि उनके आवास के आस-पास यह धंधा बिना रोक टोक चल रहा है।
युवाओं की जिंदगी पर खतरा
गांजा तस्करी का सबसे बड़ा असर युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है, जो इस नशे की चपेट में आकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। स्थानीय लोग प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।