कानपुर में एक बार फिर ट्रेन डीरेल करने की साजिश जैसा मामला सामने आया है, जहां रेलवे ट्रैक पर अग्निशामक सिलेंडर मिला है. जिसको देखने के बाद पुष्पक एक्सप्रेस के लोको पायलट ने गाड़ी के ब्रेक लगा दिए और ट्रेन कुछ दूर पहले ही रोक दी. गोविंदपुरी-भीमसेन रेलवे लाइन रूट पर मुंबई से लखनऊ जा रही पुष्पक एक्सप्रेस के सामने रेलवे ट्रैक पर सुबह करीब 4:00 फायर एक्सटिंग्विशर सिलेंडर रखा मिला है.
घटना की जानकारी जैसे ही लोको पायलट ने जीआरपी और आरपीएफ को दी तो हड़कंप मच गया. जीआरपी-आरपीएफ ने अग्नि समन सिलेंडर को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू की है. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो अग्निशमन सिलेंडर फायर एक्सटिंग्विशर पर जो डीटेल्स के अनुसार यह गोरखपुर में रेलवे के कैरिज एंड बेगन विभाग का है.
उनका मानना है कि हो सकता है शायद किसी ट्रेन से यह गिर गया होगा. फिलहाल इस ट्रैक पर इससे पहले साबरमती ट्रेन को डिटेल करने की साजिश सामने आई थी. पुलिस मामले में अच्छी तरह से जांच पड़ताल करने में जुटी है. रेलवे के इस अग्निशामक सिलेंडर को लेकर विभागीय जांच भी शुरू हुई है. सुबह 4:00 बजे सिलेंडर के रेलवे ट्रैक पर मौजूद होने की जानकारी के बाद भी रेलवे ने अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है.
उत्तर मध्य रेलवे पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि ट्रैक पर मिले सिलेंडर पर सफेद पेंट से एसएससी कैरिज एंड बेगान लिखा हुआ है. पुष्पक एक्सप्रेस के लोको पायलट ने सुबह भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच में ट्रैक पर पड़ा देखकर ट्रेन रोक दी थी. ऐसा लगता है कि ट्रेन से किसी ने या तो इसको निकाल कर फेंका है या ट्रेन से यह गिर गया है. फिलहाल रेलवे के अफसर मौके पर जांच के लिए पहुंचे हैं और विभागीय कोड सिलेंडर पर लिखे होने के चलते विभागीय जांच ही कर रहे हैं.
इसी रूट पर साबरमती एक्सप्रेस को कुछ दिन पहले ट्रैक पर भारी बोल्डर रखकर डीरेल करने की साजिश की जा चुकी है. जिसकी जांच अभी तक रेलवे अधिकारी कर रहे हैं. इसके कुछ दिन बाद ही कानपुर के शिवराजपुर क्षेत्र के फर्रुखाबाद रोड ट्रैक पर घरेलू गैस सिलेंडर उसके पास बारूद, माचिस और पेट्रोल मिला था. जिसकी जांच भी एनआईए, एटीएस और आईबी समेत स्थानीय पुलिस भी कर रही है, लेकिन उसके हाथ खाली हैं.