गुटखा माफिया खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को प्रतिमाह पहुंचा रहे मोटी रकम… गांव गली मोहल्लों में बिक रहा अवैध गुटखा…
वरिष्ठ पत्रकार/ सामाजिक कार्यकर्ता ने अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को लिखा पत्र… जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही की मांग…
चित्रकूट. तंबाकू मिश्रित गुटके के रोकथाम के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं लेकिन खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से तंबाकू मिश्रित गुटखे का कारोबार जिले के चारों ओर गली-गली मोहल्ले मोहल्ले चल रहा है लेकिन खाद्य सुरक्षा एवं आवश्यक प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण यह गुटखा माफिया अपनी मनमानी करते हुए नजर आ रहे हैं l
जिला मुख्यालय कर्वी सहित राजापुर , भरतकूप व सीतापुर में तंबाकू मिश्रित गुटके की अवैध बिक्री मनमाने तरीके से चल रही है जिसमें तंबाकू मिश्रित गुटखे का बड़ा कारोबार किया जा रहा है l
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा इन गुटखा माफियाओं से प्रतिमाह मोटी रकम वसूलने का काम किया जा रहा है इन गुटखा माफियाओं में सबसे ज्यादा चर्चित नाम राजापुर के गुटखा माफिया जुगराज केसरवानी का है जिनके द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को प्रतिमाह ₹25000 दिया जा रहा है वहीं शारदा अग्रहरि उर्फ चच्चू द्वारा प्रतिमा ₹8000 दिया जा रहा है वहीं बबलू राजापुर द्वारा₹8000 प्रतिमाह मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी को दिया जा रहा है l
ऐसा ही कुछ जिला मुख्यालय कर्वी के गुटखा माफियाओं द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी को मोटी रकम देने का काम किया जा रहा है जिसमें लक्ष्मी साहू शंकर बाजार कर्वी द्वारा प्रतिमाह ₹5000, डेविड बाबू गुप्ता गंगा जी रोड कर्वी ₹10000 प्रतिमाह ,जितेंद्र ओझा ₹5000 प्रतिमाह ,बनारसी लाल गुप्ता ₹5000 प्रतिमाह ,बालकृष्ण पटेल उर्फ बबलू निवासी कपसेठी ₹5000 प्रतिमाह वहीं प्रमोद साहू सीतापुर ₹5000 प्रतिमाह दिया जा रहा है l
प्रमोद साहू का व्यापार लल्लू साहू निवासी बिसंडा के यहां से माल सप्लाई कर किया जा रहा है वहीं भरतकूप में कल्लू गुप्ता द्वारा ₹5000 प्रतिमाह खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को दिया जा रहा है l
राजू चौरसिया स्टेशन रोड कर्वी ने राजश्री व कमला पसंद पान मसाला की एजेंसी दिखावटी रूप में चलाता है लेकिन तंबाकू मिश्रित गुटखे का कारोबार बड़ी मात्रा में किया जा रहा है जिनके द्वारा प्रतिमाह ₹5000 खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को पहुंचाया जा रहा है l
सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि यह गुटखा माफिया अपने क्षेत्र से दूर दराज इलाकों में अपने तंबाकू मिश्रित गुटखे का कारोबार संचालित करते हैं जिनमें से शारदा अग्रहरि उर्फ़ चच्चू राजापुर का माल मानिकपुर क्षेत्र में व जुगराज केसरवानी का माल मऊ क्षेत्र में बिक्री किया जाता है वहीं बबलू राजापुर का माल पहाड़ी व कर्वी क्षेत्र में बिक्री किया जाता है वहीं लक्ष्मी साहू का माल सीतापुर व कर्वी में, जितेंद्र ओझा का माल भौंरी व रैपुरा क्षेत्र में सप्लाई किया जाता है वहीं बनारसी दास गुप्ता का माल सीतापुर सहित अन्य ग्रामीण इलाकों में पहुंचाने का काम किया जाता है l
ज़िला मुख्यालय कर्वी के नामचीन गुटखा माफिया डेविड बाबू गुप्ता का माल भरतपुर मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भेजने का काम किया जाता है यह गुटखा माफिया खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से जिले के समस्त गांव गली मोहल्ले में अपना तंबाकू मिश्रित गुटखे का कारोबार अवैध रूप से करते हुए नजर आ रहे हैं वहीं दूसरी ओर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा मिष्ठान की दुकानों से भी प्रतिमाह मोटी रकम की वसूली की जा रही है जिसमें काजल स्वीट हाउस के प्रोपराइटर दुर्गेश द्वारा ₹10000 प्रति माह खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को पहुंचाया जा रहा है वहीं कामदगिरि स्वीट हाउस के प्रोपराइटर द्वारा प्रतिमाह ₹10000 रुपए दिए जा रहे हैं l
सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि जब से मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज की तैनाती चित्रकूट जिले में हुई है तब से मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी की मनमानी देखते ही बन रही है l वहीं अभिहीतअधिकारी प्रियंका सिंह को इसकी भनक तक नहीं है जिसके कारण मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज अपनी मनमानी करते हुए नजर आ रहा है l
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी की मनमानी के चलते जीत आपकी चलो गांव की ओर जागरूकता अभियान के संस्थापक/अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह राणा ने अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन रेखा एस चौहान को शिकायती पर भेजकर चित्रकूट जिले में तंबाकू मिश्रित गुटके के कारोबार पर रोक लगाए जाने की मांग की है l
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन उपरोक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए जिले में अवैध रुप से फैले तंबाकू मिश्रित गुटखे के कारोबार पर रोक लगाने का काम करेगा या फिर यह गुटखा माफिया खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसे ही तंबाकू मिश्रित गुटखे का कारोबार ऐसे ही संचालित करते रहेंगे l यह एक बड़ा सवाल है l