श्रीजनकपुरी महोत्सव में आज मुख्य मंच पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भक्ति के स्वर बिखरे। श्रद्धालुओं ने भी कलाकारों का कभी स्वर से स्वर मिलाकर तो कभी श्रीहरि के भजनों पर जूमते नाचते हुए दिया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्कार पाठशाला भोगीपुरा के विद्यार्थियों ने श्रीगणेश स्तुति की गई। स्वरूपों के आगमन पर आदि शंकर वैदिक विद्या संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा शुक्ल यजुर्वेद का पाठ किया। इसके साथ ही ताज कला ग्रुप, शिवांगी, पं. मुरली मनोहर दीक्षित द्वारा भक्तिमय प्रस्तुतियां दी गईं। दूर खड़े श्रद्धालु श्रीराम के साथ वृंदावन बिहारी लाल के उद्घोष लगाते हुए कार्यक्रम स्थल को भक्ति के सतरंगी रंगो से भर दिया।
राधा खंडेलवाल ने भजन प्रस्तुत किया। नैनों के तीर चलावे है ये चपल नयन बलवारी…, हे दुख भंजन मारुति नन्दन सुन लो मेरी पुकार, पवन सुत विनती बारम्बार…, आज दूल्हा बने राजा राम, ये जोड़ी का जवाब नहीं…, की प्रस्तुति ने हर भक्त को भक्ति के सरोबर में डुबो दिया। मुख्य रूप से राजवर्धन वाजपेयी, तनिष्का, परी, गुरमीत कौर, रिमझिम शुल्क आदि थे। इस अवसर पर योजन समिति के विवेक शर्मा, संजय अग्रवाल, सतेन्द्र तिवारी, दिलीप खंडेलवाल, महेश सारस्वत, विकास गोयल, राजू उर्फ भगवान दास, अंकित पटेल, विक्की बाबा, सुमित सतीजा, सचिन महाकाल, राजेन्द्र बंसल, डॉ. सुनील शरमानी, नीलेश अग्रवाल, रवि नारंग, मयंक शर्मा, दीपक चौबे, राजू यादव, मनोज वर्मा, रवि गुप्ता, राहुल खंडेलवाल, सौरभ अग्रवाल, निर्वेश शर्मा, अरुण सक्सेना, प्रमोद निठारिया, अंकुर अग्रवाल, अशोक खंडेलवाल आदि उपस्थित थे।