प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन स्पाइसजेट (SpiceJet) की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं. हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि कंपनी ने कर्मचारियों का पीएफ बकाया चुका दिया है. साथ ही कर्मचारियों की बकाया सैलरी का भी भुगतान किया गया था. इसके बाद कंपनी राहत की सांस तक नहीं ले पाई और अब जानकारी सामने आई है कि दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने स्पाइसजेट में एमडी अजय सिंह (Ajay Singh) और अन्य अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर रजिस्टर की है. इसमें बेईमानी और आपराधिक साजिश के आरोप लगाए गए हैं.
ईपीएफओ ने 65.7 करोड़ रुपये पीएफ नहीं चुकाने का लगाया आरोप
दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई एम्प्लॉयीज प्रोविडेंट फंड आर्गनाईजेशन (EPFO) की शिकायत पर की है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईपीएफओ ने आरोप लगाया है कि स्पाइसजेट ने 65.7 करोड़ रुपये का पीएफ योगदान नहीं दिया है. स्पाइसजेट में करीब 10 हजार कर्मचारी काम करते हैं. इनकी सैलरी से कंपनी हर महीने 12 फीसदी पीएफ काटती है. स्पाइसजेट ने जून, 2022 से जून, 2024 तक कर्मचारियों की सैलरी से काटा पैसा पीएफ अकाउंट में नहीं डाला है. इसके लिए 15 दिन का समय दिया जाता है.
अजय सिंह के अलावा शिवानी सिंह और अन्य डायरेक्टर पर हुई कार्रवाई
इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने यह एफआईआर 16 सितंबर को दर्ज की है. इसमें अजय सिंह के अलावा स्पाइसजेट की डायरेक्टर शिवानी सिंह (Shiwani Singh), इंडिपेंडेंट डायरेक्टर अनुराग भार्गव (Anurag Bhargava), अजय छोटेलाल अग्रवाल (Ajay Chhotelal Aggarwal) और मनोज कुमार (Manoj Kumar) का नाम शामिल है. एफआईआर में कहा गया है कि कर्मचारियों की सैलरी से काटे पैसे को समय से ईपीएफओ के पास जमा करना जरूरी है.
स्पाइसजेट ने 10 महीने का पीएफ चुकाने का किया था दावा
स्पाइसजेट ने 4 अक्टूबर को ही ऐलान किया था कि उन्होंने 10 महीने का पीएफ का पैसा जमा करवा दिया है. साथ ही क्यूआईपी (QIP) के रास्ते 3000 करोड़ रुपये जुटाकर कर्मचारियों की सैलरी देने के साथ ही जीएसटी भी चुका दिया है. एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा था कि स्पाइसजेट सुधार के रास्ते पर है. हम अपनी सभी जिम्मेदारियां पूरी करेंगे. इसके अलावा कंपनी ने किराए पर एयरक्राफ्ट देने वाली कंपनियों से भी सेटलमेंट किया है. हालांकि, इस एफआईआर के बाद एयरलाइन के लिए स्थितियां फिलहाल सामान्य होती नहीं दिखाई दे रही हैं. शुक्रवार को स्पाइसजेट का स्टॉक नीचे जाकर बंद हुआ था.