चूल्हा चौका छोड़ महिलाएं लाईन में लगने के लिए मजबूर
हमीरपुर :– सरकार किसानों को फसल बीमा, बीज,खाद जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का जरूर दम्भ भर रही है ,लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है और इन्ही अनियमियताओं के चलते महिलाओं को भोर से ही खाद के लिए चूल्हा चौका छोड़ कर लाईन में लगने के लिए मजबूर हैं।वहीं आक्रोशित होकर सैकड़ों किसानों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया।हालांकि उपजिलाधिकारी के समझने के बाद किसानों ने जाम खोल दिया लेकिन इस दौरान हाईवे पर वाहनों की लम्बी लाईनें लग गई।
बता दें कि इस समय क्षेत्र में गेहूं, दलहनी और तिलहन की मुख्य फसल की बुआई के लिए जुताई का काम जोरों पर चल रहा है और किसान बुआई के लिए खाद की व्यवस्था में लगा हुआ है।जबकि पीसीएफ के सरकारी गोदाम में खाद आने की सूचना पर ही महिलाओं और पुरुषों की लम्बी लाईनें लग जाती हैं।इतना ही नहीं महिलाओं को चूल्हा चौका छोड़कर खाद के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं जिसके चलते कई बार मारपीट की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं इसी से आक्रोशित सैकड़ों किसानों ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया।
बुधवार को गोदाम में खाद आने की सूचना पर तड़के से ही गोदाम में लम्बी लम्बी लाईनें लग गई और महिलाओं के बीच कई बार झड़प भी हो गई।जैसे ही खाद वितरण शुरू हुआ किसानों ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और किसानों ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया।किसानों द्वारा हाईवे पर जाम लगाने की सूचना मिलते ही प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और आनन फानन में उपजिलाधिकारी राजेश चंद्र ने मौके पर पहुंच कर किसानों से बातचीत की, लम्बी बातचीत के बाद किसानों ने जाम खोल दिया लेकिन इस दौरान नेशनल हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लम्बी लम्बी लाईनें लग गई।इस दौरान उपजिलाधिकारी राजेश चंद्र ने बताया कि खाद की कोई समस्या नहीं है और सभी किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है।