लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के शुक्रवार सुबह बिना अनुमति के गोमतीनगर स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआइसी) में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के कार्यक्रम में शामिल होने पर अड़ गए हैं। इसको लेकर लखनऊ में अखिलेश यादव के आवास के बाहर बैरिकेडिंग और पुलिस बल की तैनाती की गई।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने जेपी सेंटर के गेट को टिन की चादरों से बंद कर दिया है। इसका वीडियो सपा अध्यक्ष ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं है। इसके बाद रात करीब सवा ग्यारह बजे वह खुद जेपी सेंटर के गेट पर पहुंच गए और टिन शेड लगवाने की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप मढ़ते हुए कहा कि टिन शेड लगाकर सरकार कुछ छिपाना चाहती है। कहीं ऐसा तो नहीं, इसे बेचने की तैयारी है। किसी महापुरुष का सम्मान आखिर क्यों नहीं करने दे रहे हैं। समाजवादी महान नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यहां पर पेंटर को सिर्फ निर्माणधीन लिखवाने के लिए बैठा दिया है। यह बिल्डिंग निर्माणाधीन नहीं है, इसे बेचने की तैयारी है। अगर सरकार इसे नहीं चला पा रही तो बेच ही दे तो अच्छा होगा। कम से कम यह चलने लगेगी। उन्होंने कहा, टिन शेड लगाकर कोई विचारधारा को रोक नहीं सकता। शुक्रवार को होने वाले कार्यक्रम के सवाल पर कहा कि वह इसे उसी दिन तय करेंगे। कहा, आखिर कब तक रोकेंगे, एक दिन, दो दिन, तीन दिन और ज्यादा से ज्यादा दो साल…।
बता दें कि पिछले साल भी सपा को इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं मिली थी। तब अखिलेश एलडीए की बनाई लोहे की चादर की आठ फीट की दीवार फांदकर जेपी सेंटर के भीतर प्रवेश कर गए थे। इस बार सपा ने एलडीए को पत्र भेजकर जेपी सेंटर में अखिलेश यादव के पुष्पांजलि के कार्यक्रम की सूचना भेजी थी।
इस पर एलडीए सचिव ने सपा के प्रदेश कार्यालय को पत्र भेजकर कहा है कि सुरक्षा कारणों से उनको अनुमति नहीं दी जा सकती है। हालांकि सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी का दावा है कि इस कार्यक्रम के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं है। हमने पत्र लिखकर संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है। अखिलेश यादव के विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास से जेपी सेंटर तक पड़ने वाले सभी नौ कट को बैरिकेडिंग लगाकर बंद करने की तैयारी है। अखिलेश को 1090 चौराहे के आगे नहीं जाने दिया जाएगा।