यूपी के बहराइच में हुए बवाल के बाद महसी और आसपास के इलाकों में तनावपूर्ण हालात हैं. उपद्रवियों से निपटने के लिए पीएसी, आरएएफ के साथ भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. हालांकि, बावजूद इसके बीती रात फिर से हिंसा भड़क उठी. कई दुकानों और घरों को निशाना बनाया गया. एक धार्मिक स्थल को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश हुई. इन सबके बीच रविवार शाम को हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिजन आज सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ रवाना हो गए हैं. लखनऊ जाने से पहले उन्होंने ‘आजतक’ से बात की और कहा कि हम पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हैं, पुलिस की लापरवाही से ये घटना हुई है. हमें दोषियों का एनकाउंटर चाहिए.
मृतक के परिजनों ने क्या कहा?
मृतक रामगोपाल मिश्रा की मां ने रोते हुए कहा कि मेरा बेटा तो चला गया, अब हम क्या करेंगे. हमें बस न्याय मिलना चाहिए. जैसे बेटे को मारा गया है, वैसी उनको (हत्यारों) सजा मिले. वहीं, रामगोपाल के भाई ने कहा कि सीएम योगी से मिलने जा रहे हैं, उनको पूरी बात बताएंगे. क्या हुआ, कैसे हुआ, साथ ही क्या हमारी मांग है. फिलहाल, हम पुलिस की कार्यवाही से खुश नहीं हैं. पुलिसवालों की लापरवाही का ही ये नतीजा है. मै वहीं मौजूद था जब हत्या हुई थी. हमें दोषियों का एनकाउंटर चाहिए.
बताया गया कि बीजेपी विधायक के साथ रामगोपाल मिश्रा के परिजन सीएम योगी से मिलने गए हैं. इसमें रामगोपाल की पत्नी रोली के अलावा रामगोपाल के पिता, मां, भाई शामिल हैं. मालूम हो कि बहराइच हिंसा की भेंट चढ़े रामगोपाल की महज 6 महीने पूर्व ही शादी हुई थी.
बीते दिन मृतक रामगोपाल की पत्नी की तरफ से सरकार से मांग की गई कि आरोपी का एनकाउंटर होना चाहिए. दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. वहीं, रामगोपाल की बहन का कहना है कि हमें न्याय चाहिए. हम खून के बदले खून की मांग करते है. योगी बाबा बुलडोजर एक्शन लें. हमारी मांग पूरी करें.
विसर्जन के दौरान फायरिंग, राम गोपाल की मौत, फिर जमकर हुआ बवाल
दरअसल, बहराइच के थाना हरदी क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा (22 वर्ष) रविवार शाम करीब 6 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में आगे-आगे चल रहा था. ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो नारेबाजी और डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हो गई. देखते ही देखते ये कहासुनी बवाल में बदल गई. आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई.
इस बीच हुई गोलीबारी में रामगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे बहराइच मेडिकल कालेज लाया गया जहां उसने दम तोड दिया. रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज में बवाल और अधिक उग्र हो गया. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी. इस घटना की आग पूरे जिले में फैल गई.
अस्पताल पहुंची रामगोपाल मिश्रा की डेड बॉडी में गोलियों के कई निशान मिले. शरीर पर चोट के मार्क्स भी थे. इस घटना के बाद जिले में शुरू हुआ बवाल कल देर रात तक जारी रहा. फिलहाल, आज सुबह शांति बनी हुई है. इलाके में चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात है. डीएम-एसपी, एडीजी समेत आला अधिकारी सड़क पर उतरे हुए हैं.