हरदोई। संडीला तहसील में तैनात एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि उन्होंने तहसीलदार के पद पर रहते हुए दो भूमि मामलों में दाखिल खारिज किया, और यह कार्य प्रोन्नति के बाद भी तहसीलदार की हैसियत से किया गया। सबसे बड़ा मामला यह है कि यह दाखिल खारिज बैक डेट में किया गया है।
डॉ. श्रीवास्तव पहले सवायजपुर तहसील में तहसीलदार के पद पर कार्यरत थीं, और बाद में उन्हें प्रोन्नति देकर एसडीएम बनाया गया। हालांकि, प्रोन्नति के बावजूद उन्होंने तहसीलदार की हैसियत से कार्य जारी रखा और भूमि मामलों में हस्ताक्षर किए। रिकॉर्ड रूम से 12 जुलाई 2024 को भेजे गए दस्तावेज़ों में यह देखा गया कि 28 जून 2023 की तारीख में तहसीलदार के रूप में उनके हस्ताक्षर हैं, जो बैक डेट में किए गए थे।
जिले में अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, और यह ताजा मामला भी उसी कड़ी में जुड़ता है। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह द्वारा इस मामले की जांच अपर जिलाधिकारी को सौंपी गई है। जांच पूरी होने के बाद ही अगली कार्यवाही की जाएगी।
एसडीएम का यह मामला जिले में चर्चा का विषय बन चुका है।