हमीरपुर ब्यूरो :–
जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक जिलाधिकारी श्री घनश्याम मीना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के पर्यटक स्थलों का होर्डिंग्स, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रचार प्रसार किया जाए। पर्यटन स्थलों के प्रचार प्रचार हेतु एप बनाकर उसमें संबंधित पर्यटन स्थलों की जरूरी विशेषताओं ,लोकेशन आदि की समस्त सूचनाओं को भी अंकित किया जाए ताकि पर्यटकों को संबंधित स्थलों के संबंध में संपूर्ण जानकारी हो सके तथा उन्हें आने-जाने में भी किसी भी प्रकार की समस्या ना हो । जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में नदियों के किनारे वॉटर स्पोर्ट्स यथा बोटिंग आदि की काफी संभावना है ,इसको विकसित करने हेतु प्रभावी ढंग से प्रयास किया जाए।
बैठक में माह फरवरी में पुलिस लाइन में तीन दिवसीय भव्य हमीरपुर महोत्सव आयोजित किये जाने के संबंध में चर्चा की गयी तथा जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि हमीरपुर महोत्सव की स्वीकृति हेतु पर्यटन निदेशालय प्रस्ताव प्रेषित किया जाय।
जिलाधिकारी द्वारा जनपद में चल रही विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं की समीक्षा की गयी। जनपद में खण्डेह स्थित पुराने शिव एवं रामजानकी मंदिर, विकास खण्ड सुमेरपुर में स्थित माँ कामाख्या देवी मंदिर, राठ में मरही माता मंदिर, हमीरपुर स्थित भुवनेश्वरी देवी मंदिर, पातालेश्वर मंदिर, मौदहा डैम पर पर्यटन विकास परियोजनायें संचालित है। उक्त परियोजनाओं की कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल, सी एण्ड डी एस,एवं उत्तर प्रदेश पर्यटन राज्य निगम के अधिकारियों को जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये, कि उक्त कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध ढंग से पूर्ण हों इसमें कोई लापरवाही न बरती जाए। जिलाधिकारी ने वन विभाग को जनपद में ईको टूरिज्म स्थलों को चिन्हित कर उनका विकास करने हेतु निर्देश दिये । जिलाधिकारी ने कहा कि युवा टूरिज्म क्लब के विद्यार्थियों का पर्यटन टूर ,पर्यटन संगोष्ठी ,निबंध , पेंटिंग्स प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं ।
बैठक में नामित सदस्य ब्रजकिशोर गुप्ता, पर्यटन सूचना अधिकारी डॉ चित्रगुप्त ,जिला विद्यालय निरीक्षक ,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ,पीडी साधना दीक्षित तथा अन्य संबंधित मौजूद रहे।