सतना। फाउंडेशन और चैरिटी के नाम पर सरकार से कौड़ियों के दाम जमीन हथिया कर खड़े किए गए बिरला अस्पताल में चैरिटी तो दूर मनमानी पैसे वसूल कर भी मरीजों को सुविधाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा। बिरला समूह के इस अस्पताल में इलाज हो या जांच ,रकम मनमानी चाहिए लेकिन यहां का बेपरवाह स्टाफ और प्रबन्धन मरीजों की स्थिति और जान के साथ खेलवाड़ करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं करता। मरीजों और उनके परिजनों को चकरघिन्नी की तरह घुमाना,काउंटर – काउंटर दौड़ाना और परेशान करना आदत में शुमार है। मरीज की जान जाए या बचे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। पैसे के लिए मरीजों को गेट पर फेंक देने और लाश तक रख लेने वाले बिरला अस्पताल में इनदिनों तो सोनोग्राफी और एमआरआई करने के नाम पर भी लूट मची हुई है।