सूत्रों की माने तो स्वास्थ्य विभाग ने 15 दिन पहले जारी किया था सेवा चैरिटेबल हेल्थ केयर सेंटर को नोटिस
चर्चा यह उठाती है कि जब बिना पंजीयन संचालित हो रहा सेवा चैरिटेबल हेल्थ केयर सेंटर तो फिर किस बात का दिया गया नोटिस
मुख्यमंत्री का बयान स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी के लिए साबित हो रहा वरदान के रूप में तभी तो चल रहा प्रसाद
अवैध नर्सिंग होम के संचालक तथा स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी के बीच यह रिश्ता क्या कहलाता है का सीरियल हो रहा चरितार्थ
फतेहपुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल ही में अपने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर फर्जी तरीके से संचालित होने वाले नर्सिंग होम तथा झोलाछाप डॉक्टर को तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की टीम चिन्हित कर उन्हें बंद करने का काम करें उनका यह बड़ा बयान भले ही अन्य जनपदों में लागू होता नजर आ रहा हूं किंतु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनपद फतेहपुर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में तैनात नोडल अधिकारी नर्सिंग होम को सीज करने की तो छोड़ो अपनी जेब भरने में डटे हुए हैं उनके लिए तो मुख्यमंत्री का यह बयान मानव दीपावली के उपलक्ष में एक सुनहरा अवसर साबित हो रहा है सीज करने के नाम पर बिना पंजीयन तथा झोलाछाप डॉक्टरों से धन का चढ़ावा लेकर उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान से अवगत कराते हैं और कहते हैं कि यदि नहीं मिला दाम तो हो जाएगा पूरा काम तमाम वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोधी गंज रोड स्थित सेवा चैरिटेबल हेल्थ केयर सेंटर नाम से एक फर्जी अस्पताल संचालित हो रहा है जिसका स्वास्थ्य विभाग में किसी प्रकार का कोई पंजीयन नहीं है वहीं स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि पिछले 15 दिन पहले एक हफ्ते का समय देते हुये नोटिस जारी किया गया था अब बात यह समझ में नहीं आती कि जिस सेवा चैरिटेबल हेल्थ केयर सेंटर का किसी प्रकार का कोई पंजीयन ही नहीं है उस अस्पताल में नोटिस देने का क्या मतलब साबित होता है यह तो वही कहावत हो गई थी चोर को नोटिस दो और कह दो चोरी ना करना यह पूरी तरीके से मुख्य चिकित्सा कार्यालय तथा अवैध नर्सिंग होम के बीच दी गई नोटिस को लेकर चर्चा साबित होती है या फिर नोटिस के जरिए यह भी कहा जा सकता है कि एक हफ्ते का समय है इस वजह से दिया जाता है की धन की व्यवस्था करके चढ़ावा चढ़ा देना अन्यथा नर्सिंग होम सीज कर दिया जाएगा अब बहरहाल दीपावली के पर्व को लेकर इन दोनों अवैध नर्सिंग होम तथा झोलाछाप डॉक्टर व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में तैनात मॉडल अधिकारी के बीच मानो रिश्ते ऐसे साबित हो रहे हैं जैसे पहले एक सीरियल चलता था क्योंकि सास भी कभी बहू थी