कैलाश हॉस्पिटल के प्रबंधक ने सावधानी बरतने की दी हिदायत ।।
शंकरगढ़(प्रयागराज) इस समय वायरल फीवर लोगों में तेजी से फैल रहा है ,बुखार होने के बाद बच्चे , बूढ़े, जवान ,महिलाएं अस्पताल में नजर आ रही हैं । सरकारी एवं निजी अस्पतालों में डॉक्टरों से लोग उपचार कर रहे हैं । वहीं मेडिकल स्टरों पर दवा लेने के लिए लंबी लाइन लग रही है । वैसे यह भी कहना है कि केवल प्लेटलेट्स का काम होना ही डेंगू नहीं है डेंगू बीमारी बढ़ने को लेकर क्षेत्र में भय का माहौल है । सीबीसी कंपलीट ब्लड काउंट टेस्ट की जांच में प्लेटलेट्स कम होने पर आम तौर पर लोग इसे डेंगू मान रहे हैं जबकि कैलाश हॉस्पिटल के डॉ एके गुप्ता की माने तो केवल प्लेटलेट्स कम होना डेंगू नहीं है । निजी पैथोलॉजी में बढ़ रही भीड़ निजी पैथोलॉजी में औसतन प्रतिदिन लगभग तीन सौ सीबीसी जांच के लिए लोग आते हैं , इसमें 50 से 60 लोगों का प्लेटलेट्स सामान्य से काम रहता है प्लेटलेट्स कम होने पर लोगों में डेंगू का भय रहता है । शंकरगढ़ के कापरी स्थिति कैलाश हॉस्पिटल के डॉक्टर एके गुप्ता की माने तो केवल प्लेटलेट्स कम होना डेंगू का लक्षण नहीं है । डेंगू का नाम कमर तोड़ बुखार कैलाश हॉस्पिटल के डॉ. एके गुप्ता के अनुसार डेंगू को कमर तोड़ बुखार के नाम से जाना जाता है यदि तेज बुखार के साथ उल्टी जोड़ों के दर्द के साथ प्लेटलेट्स कम हो तो डेंगू की संभावना रहती है अस्वस्थ होने पर प्लेटलेट्स कम हो जाता है । कैलाश हॉस्पिटल के डॉ. एके गुप्ता की माने तो मौसमी बीमारी की चपेट में आने से भी प्लेटलेट्स कम हो जाता है साथ ही अन्य बीमारियां जैसे ब्लड प्रेशर, हार्ट हाइपर , टेंशन की दवा लेने से प्लेटलेट्स कम होने की संभावना रहती है । तेज बुखार होना , सिर दर्द ,मांसपेशियों में तेज दर्द ,उल्टी आना जैसे लक्षण दिखे और प्लेटलेट्स गिरे तो डेंगू की संभावना की जा सकती है ।