हमीरपुर ब्यूरो :– बीते बुधवार के दिन जिला उद्यान अधिकारी आशीष कटियार मुस्करा विकास खण्ड के महेरा गाँव में हुए विकास कार्यों के बाबत धांधली होने की शिकायत की जाँच करने पहुँचे।बता दें कि बीते साल 20 जून 2023 को कुछ ग्रामीणों ने तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ चंद्रभूषण त्रिपाठी से गाँव के विकास कार्यों में धाँधली होने और जमकर धन दुरुपयोग किये जाने की शिकायत करते हुए जाँच की माँग की थी ,जिसपर कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी को जाँच के लिए नोडल अधिकारी बनाया था और तकनीकी सहायता के लिए लघु सिंचाई के सहायक अभियंता को नियुक्त किया था।बताते चलें कि ग्रामीणों द्वारा शिकायत किये सोलह माह बीत चुके हैं ,अब कहीं जाकर अधिकारियों को जाँच करने की याद आई है।जाँच अधिकारी आशीष कटियार ने बताया था कि उक्त मामला उनसे पहले का है और उन्हें अभी कुछ दिनों पहले इसकी जानकारी दी गई थी।कहा था कि ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान को अभिलेख प्रस्तुत करने के लिए एक माह का समय दिया गया है।वहीं बीते बुधवार को की गई जाँच के बाबत जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि ,स्थलीय निरीक्षण किया गया है और अभिलेख प्रस्तुत करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है ,कहा अगर इस अवधि में साक्ष्यों समेत अपने अभिलेख नहीं देते तो रिकवरी का आदेश किया जाएगा।बताया स्थलीय जाँच में पाया गया कि पुलियों के निर्माण में उनके दोनों तरफ बनाई जाने वाली दीवारें नहीं बनाई गईं है और डस्टबिन पूरी संख्या में नहीं मिले कुछ इधर उधर पड़े मिले और कुछ ग्रामीणों के घरों में पाए गए।वहीं ग्रामीण इस जाँच से अभी संतुष्ट नहीं दिखाई देते।शिकायत करता पुष्पेन्द्र तिवारी का कहना है कि जाँच करने में जानबूझकर इतनी देरी की गई है ,ताकि भ्रष्टाचारी साक्ष्य मिटा सकें।कहा एक पुलिया में अभी भी शटरिंग लगी हुई है ,जो साफ दर्शाती है कि जाँच के आदेश होनेबके बाद ही उसमें छत डाली गई है।