आगरा नई दिल्ली-झांसी रूट भारतीय रेलवे बोर्ड की प्राथमिकताओं में प्रमुख स्थान रखता है। यह वही रूट है जिस पर देश की सबसे तेज ट्रेनें, जैसे गतिमान, वंदे भारत, राजधानी और शताब्दी, रोजाना दौड़ती हैं। इस रूट की ट्रैक गुणवत्ता का परीक्षण 170 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पर भी किया जा चुका है। नई दिल्ली-झांसी के बीच स्थित आगरा रेल डिवीजन रेलवे बोर्ड के लिए एक महत्वपूर्ण डिवीजन के रूप में उभर रहा है।
शुक्रवार को आगरा रेल डिवीजन में रेलवे ट्रैक के निरीक्षण के लिए पूर्वोत्तर परिक्षेत्र के रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना ने दौरा किया। उनके साथ आगरा रेल मंडल के प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल और अन्य उच्च अधिकारी भी मौजूद थे। इस निरीक्षण के दौरान धौलपुर-हेतमपुर के बीच के रेल खंड पर विस्तृत निरीक्षण किया गया। इस खंड में कि.मी संख्या 1278.517 से 1281.542 और कि.मी 1287.780 से 1289.451 तक की तीसरी रेल लाइन और धौलपुर स्टेशन पर स्थित पैनल रूम का निरीक्षण किया गया सभी महत्वपूर्ण पहलुओं का गहनता से परीक्षण किया
निरीक्षण के दौरान, रेल संरक्षा आयुक्त ने ट्रैक्शन, सिग्नल, ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) प्रणाली, ट्रैक और ट्रैक पॉइंट्स जैसे सभी महत्वपूर्ण पहलुओं का गहनता से परीक्षण किया। इस प्रक्रिया में उनके साथ उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के अधिकारी, मंडल के अन्य अधिकारी, निरीक्षक और पर्यवेक्षक भी शामिल थे। निरीक्षण का उद्देश्य था, नवनिर्मित तीसरी रेल लाइन की कार्यक्षमता और संरक्षा मानकों की जांच करना। निरीक्षण के बाद, आयुक्त ने धौलपुर-हेतमपुर खंड पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से स्पीड ट्रायल किया। यह स्पीड ट्रायल नवनिर्मित तीसरी रेल लाइन की मजबूती और गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए किया गया। रेल संरक्षा आयुक्त ने इस स्पीड ट्रायल के आधार पर संतोष व्यक्त किया, जिससे यह उम्मीद है कि जल्द ही इस नवनिर्मित रेल खंड पर रेलगाड़ियों का संचालन शुरू हो सकेगा।
यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
महत्वपूर्ण परिणाम और आगामी कदम: रेल संरक्षा आयुक्त के इस निरीक्षण और परीक्षण के बाद ही धौलपुर-हेतमपुर के नवनिर्मित रेल खंड पर गाड़ियों का परिचालन आरंभ होगा। इस निरीक्षण का उद्देश्य रूट पर सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करना था, ताकि इस क्षेत्र में यात्री और माल ढुलाई सेवा को और अधिक सुरक्षित और तेज बनाया जा सके। यह नई रेल लाइन इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आगरा रेल डिवीजन का यह निरीक्षण और तीसरी लाइन का निर्माण, भारतीय रेलवे के निरंतर विकास और आधुनिकीकरण के प्रयासों का एक हिस्सा है। इससे यात्रियों को न केवल तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा, बल्कि यह पूरे रेल नेटवर्क की क्षमता को भी बढ़ाएगा।