शशि भूषण दूबे कंचनीय/रोमेश रंजन दूबे
लखनऊ, 12 नवंबर (उत्तर प्रदेश)
प्रयागराज सहित पूरे देश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने उसके तुगलकी फरमान के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। लोक सेवा आयोग जो पेपर को लीक होने से नहीं रोक पा रहा था अब अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए नॉर्मलाइजेशन का सहारा ले रहा है। यूपी पीसीएस और आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा दो दिन में कराने का आयोग ने निर्णय किया है। इसके बाद रिजल्ट नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) के आधार पर घोषित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि प्रदेश भर के लाखों प्रतियोगी छात्र भाजपा सरकार में प्रतियोगी परीक्षाओं में जो भ्रष्टाचार फैला है उससे अपने भविष्य को लेकर सशंकित है। इसके पूर्व आयोग की परीक्षाओं का पेपर लीक हो गया उसके बाद जज बनाने के लिए होने वाली परीक्षा पीसीएस (जे) की कॉपियां बदल दी गई जिसके लिए छात्रों को न्यायालय की शरण लेना पड़ा। इसके कारण छात्रों को न तो आयोग पर विश्वास रह गया है और न ही भाजपा की सरकार पर। वह आयोग के नॉर्मलाइजेशन की नीति के खिलाफ आंदोलनरत हैं।
श्री राय ने कहा कि भाजपा सरकार केवल नौजवानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भी ठप्प पड़ा है। शिक्षा सेवा चयन आयोग बनाने के नाम पर लाखों शिक्षकों के पद खाली पडे़ हैं। भाजपा सरकार की नीति है कि सरकारी नौकरी जो गरीब, पिछड़े, दलित, वंचित वर्ग को अपनी दशा बदलने का अवसर प्रदान करती थी उससे उनको वंचित करने का प्रयास है। कांग्रेस पार्टी उनको इस मंसूबे में कभी भी सफल नहीं होने देगी।
श्री राय ने कहा कि हजारों छात्र कल से ही लोक सेवा आयोग के समक्ष अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं, जिसमें हमारी बच्चियां भी अपने भविष्य को बचाने के लिए रात भर धरने में शामिल रहीं। श्री राय ने कहा कि सरकार छात्रों की मांगों को ध्यान में रखते हुए पीसीएस और आरओ-एआरओ की परीक्षा में नार्मलाइजेशन को समाप्त कर के एक ही दिन में एक पाली में सुचितापूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न कराए। सरकार छात्रों को लाठी की जगह जल्द से जल्द रोजगार देना सुनिश्चित करे, उनके रोजगार प्राप्त करने के रास्ते में नार्मलाइजेशन जैसी बाधाओं को न खड़ा करे।