ब्यूरो उन्नाव
उन्नाव। अमृत पेयजल योजना के तहत बिछाई जा रही भूमिगत जलनलिका टेस्टिंग के दौरान ही जगह जगह पर लीक हो रही हैं । लाखों लीटर जल बहने से सड़कों पर जलभराव उत्पन्न होने के साथ ही ओ पी गुप्ता कांट्रेक्टर प्रा लि आगरा द्वारा योजना में प्रयुक्त की सामग्री पर भी सवाल उठ रहे हैं।
ज्ञात हो कि अमृत पेयजल योजना के तहत उन्नाव शहर में यू पी जलनिगम निर्माण खंड उन्नाव के ठेकेदार कंपनी ओ पी गुप्ता कांट्रेक्टर प्रा लि आगरा द्वारा पाइप लाइन बिछाने का काम किया गया है जिनके द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने और गुणवत्ताहीन पाइप लाइन सामग्री का उपयोग करने के कारण लाइन में पानी छोड़ते ही जगह जगह लीकेज हो रहे हैं ।
देखा गया लीकेज बनाने के लिए दसवीं बार गड्ढा खोदा गया है हर बार लीकेज बनता है और पानी छोड़ते ही लीक करने लगता हैं जिससे स्थानीय लोगों में काफी रोष व्याप्त है कंपनी की कारगुज़ारी का बखान जितना करे उतना कम है आलम यह हैं की हाउस कनेक्शन भी एक ही गड्ढे से चार चार निकाल दिए गए भले ही पानी घर तक पहुंचे या न पहुंचे।
जानकारी के लिए बता दें की 253 करोड़ की लागत का अमृत पेयजल योजना का कार्य वर्ष 2018 में शुरू हुआ था और इसका लक्ष्य शहर के 32 वार्डों के 30298 घरों में जलापूर्ति करना था लेकिन 2024 खत्म होने को हैं और अभी तक किसी भी जोन का कार्य पूरा नहीं हुआ हैं और छ वर्षों में दस बार कार्य पूरा करने के लिए योजना का समय बढ़ाया गया और कार्य कर रही ओ पी गुप्ता कांट्रेक्टर प्रा लि आगरा पर पेनाल्टी भी लगाई गई लेकिन फिर भी आज तक कार्य पूरा नहीं हुआ और न ही हर घर जल पहुंचा। शहर के 10 जोनों में किसी भी जोन का काम पूरा नहीं हैं हर जोन में कई स्थान ऐसे हैं जहां पाइप लाइन ही नहीं बिछाई गई लेकिन विभागीय अधिकारी और ठेकेदार मिलीभगत कर सभी जोन का काम पूरा दिखाते हुए योजना को नगर पालिका उन्नाव को हस्तांतरण कर पीछा छुड़ाना चाह रहे हैं। अगर ऐसा होता हैं तो अधिकारियों की जेबें तो गर्म हो जाएंगी लेकिन हर घर जल से विरक्त हो जाएगा और यह योजना भी भ्रष्टाचार का शिकार होकर जमींदोज हो जाएगी।