आखिर पुलिस और परिवहन कब करेंगे कार्यवाही
ब्यूरो चीफ महोबा
उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशन पर पुलिस प्रशासन के साथ-साथ संभागीय परिवहन अधिकारियों द्वारा प्रति वर्ष सड़क सुरक्षा माह के दौरान भारी वाहनों का नहीं फोर व्हीलर और थ्री व्हीलर वाहनों का चालान किया जाता है सड़क सुरक्षा सप्ताह में भी पुलिस और आरटीओ की कार्यवाही सिर्फ टू व्हीलर वाहन चालकों पर देखी जाती है बता दें की सर्वाधिक मार्गं दुर्घटनाएं ओवरलोड हैवी ट्रक एवं डंपरों के द्वारा होती हैं
कस्बा पनवाड़ी इस समय बालू खनन ओवरलोड में सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रहा है जहां पर हैवी ट्रक एवं डंपरों से बालू परिवहन किया जा रहा है जिससे आए दिन कहीं ना कहीं किसी न किसी प्रकार की घटना घटित हो रही है वहीं शहर की खनिज उद्योग नगरी कबरई तथा मध्य प्रदेश की सीमा से प्रभावित केन में चल रहे बालू खनन से ओवरलोड वाहनों का संचालन भी शहर की सड़कों से होता देखा जा रहा है परंतु इन बालू ओवरलोड वाहनों के खिलाफ यदा-कदा ही कार्रवाई अमल में लाई जाती है आखिर जनता के साथ ही सौतेला व्यवहार क्यों किया जाता हैं आंकड़े बताते कि ओवरलोड संचालित हो रहे भारी वाहनों और शहर की सड़कों में सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक वाहनों की संचालन की रोकथाम की जिम्मेदारी शासन द्वारा सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को सौंपी गई है इतना ही नहीं मध्य प्रदेश की जनपद छतरपुर की सीमा से केन नदी की अवैध रूप से ओवरलोडिंग मौरंग ढुलाई गिट्टी तथा दस्ट को कबरई क्रेशर मंडी से डम्फर एवं ट्रंकों को ओवरलोड भरकर धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं मगर मजाल है कि किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई अमल में लाई जाती हों आखिर किसकी सह पर लोडिंग का खेल खेला जा रहा है अब देखने वाली बात होगी कि क्या ऐसी ही सड़कों पर ओवरलोड ट्रक फर्राटा भरते रहेंगे या फिर कोई ठोस कार्रवाई की जाएगी