ब्यूरो बांदा
बांदा- निम्नस्तरीय पत्रकारों की ओछी लेखनी से महिला पत्रकारों ने एक पत्रकार द्वारा महिला पत्रकारों के विरुद्ध द्वेषपूर्ण अपमान जनक कुछ समाचारपत्रों में समाचार छपवा कर प्रकाशित करवाने एवं अखबार के संपादक द्वारा विना पढ़े सोचे समझे समाचार के प्रकाशन से क्षुब्ध हो सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।
सिटी मजिस्ट्रेट को दिए ज्ञापन में महिला पत्रकारों ने आरोप लगाया है कि 12नवम्बर 024 दैनिक जनसम्पर्क भारत समाचारपत्र एवं मोरैना देनिक समाचार पत्र में महिला पत्रकारों को लेकर गलत टिप्पणी के साथ समाचार प्रकाशित क़र वायरल किया गया है जिसमें महिला पत्रकारों के ऊपर आरोप लगाया गया है कि वह पत्रकारिता की आड में अबैध वसूली करती है फर्जी दवा बेचती है उन्हें उनके पति ने छोड़ दिया है,, ब्लेकमेलिंग का काम क़र फर्जी पत्रकार बनकर डंडी लिए घूम रहीं है
सिटी मजिस्ट्रेट को दिए ज्ञापन में महिला पत्रकारों ने मांग की है कि इस समाचार से उन्हें मानसिक पीड़ा पहुची है आज जब नारी सशक्तिकरण की बात की जाती है। केंद्रीय एवं उत्तर प्रदेश सरकार की सामाजिक/ संवैधानिक लाभकारी योजनाओं से पोषित करने के उपक्रम के साथ,और महिलाएं आगें बढने का प्रयास भी कर रही हैं तब ऐसे प्रतीकूल परिस्थिति एवं प्रकाशित समाचारो से मनोबल गिरता है। सभी प्रयास निरर्थक साबित होते हैं।ऐसी स्थिति में ऐसी खबर भेजने वाले पत्रकार/पत्रकारों सहित उस संस्थान के बिरूद्ध बैधानिक कार्यवाही की जाए जिससे वह अनुशासित एवं मर्यादित रहें। यहीं न्याय की मांग है।
महिला पत्रकारों के उत्पीड़न का लिखित संज्ञान नगर मजिस्ट्रेट संदीप केला ने लेते हुए पीड़ित महिला पत्रकारों को मौखिक आश्वासन दिया कि निश्चित रूप से जिला प्रशासन तथाकथित पत्रकारों एवं उनके संस्थानों पर प्रशासनिक स्तर से कार्यवाही की जाएगी, ताकि नारी शक्ति एवं महिला पत्रकारों के विरुद्ध इस प्रकार की लेखन शैली का उपयोग कर महिला सम्मान को आघात पहुंचाने का कुत्सित प्रयास व पुनरावृति भविष्य में दुबारा न की जावे।
ज्ञापन देने में रूपा गोयल,कविता देवी, सुलोचना तिवारी,रजनी द्विवेदी,प्रीति साहू मौके पर उपास्थित रहीं।