चर्चा आज की फतेहपुर ब्यूरो
फतेहपुर थानाध्यक्ष के द्वारा यातायात माह को दिखाया जा रहा ठेंगा थाना के इर्द गिर्द दिनभर खड़ी दिखाई देती है ब्लैक फिल्म की गाड़िया
थाना क्षेत्र में कोई जुर्म जरायम करना है तो थानाध्यक्ष के कारखास सिपाही से मिलना है जैसी चर्चा क्षेत्र में आग की तरह फैली–सूत्र
थाना क्षेत्र में दिन प्रतिदिन बढ़ रही चोरियां और चोर पुलिस की पकड़ से कोसों दूर फतेहपुर सिंघम की भूमिका निभा रहे पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल जहां अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने की सख्त हिदायत देते हुए दिखाई देते हैं। वहीं जनपद के कुछ थाना के थानाध्यक्षों के द्वारा उनके आदेश की अवहेलना करते हुए दिखाई देते हैं।वहीं आपको बताते चलें कि जनपद फतेहपुर के थाना थरियांव हमेशा सोशल मीडिया,अखबारों एवं टीवी चैनलों पर सुर्खियां बटोरता रहता है जहां सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र में घटना कारित करने वाले आरोपियों को सजा दिए जाने की बजाय थाना अध्यक्ष उन पर मेहरबानी जताते हुए दिखाई देते हैं।वही सूत्रों के अनुसार थाना के इर्द गिर्द 2 से 4 ब्लैक फिल्म वाली चार पहिया वाहन दिनभर घूमते हुए दिखाई देती है जो कि यह एक बहुत बड़ा सवालिया प्रश्न चिन्ह है कि आखिर थाने के इर्द-गिर्द ही ब्लैक फिल्म वाली चार पहिया वाहन घूमते हुए क्यों दिखाई देती हैं जिस पर यह एक सोचने वाली बात है कि जहां एक तरफ जनपद का जिला प्रशासन नवंबर माह में यातायात माह को सफल बनाने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है तो वहीं थरियांव थाना अध्यक्ष के द्वारा उनके इस प्रयास पर पानी फेरने का कार्य किया जा रहा है।जहां थाना क्षेत्र के अंतर्गत बढ़ती चोरियों जैसे अपराध का खुलासा न कर पाना और अपराधियों को बढ़ावा दिए जाने जैसा मामला सामने दिखाई दे रहा है हालांकि स्थानीय लोगों के बीच यह चर्चा काफी जोरों शोरों पर है कि थाना क्षेत्र के अंतर्गत अगर किसी को कोई भी किसी भी तरह की घटना को अंजाम देना है तो थाना अध्यक्ष के खासमखास कमाऊपूत सिपाही से मिलकर हिस्सेदारी की बात कर ले और थाना अध्यक्ष के कमाऊ पूत सिपाही के द्वारा उन्हें इस शर्त पर अपराध करने का अभय दान दे दिया जाता है कि क्षेत्र पर ज्यादा किसी से चर्चा नहीं करना और जब भी कोई जुर्म जरायम करना हो तो हमेशा याद करना।वहीं लोगों ने बताया कि थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांजा जैसा अवैध कारोबार,लकड़ी कटान, जुएं की फड़ लगना और थाना के इर्द गिर्द दलालों का घूमना जैसा आम बात होती जा रही है। आखिर सोचने वाली बात यह होगी कि जिम्मेदारी विभाग के द्वारा ऐसे लोगों पर क्या कार्यवाही तय की जाएगी?