चर्चा आज की फतेहपुर ब्यूरो
फतेहपुर थरियाव थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेमरा गावं मे 16 नवम्बर की रात ट्यूबवेल पर सो रहे किसान रामरतन की कुछ अज्ञात हमलावारो ने धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दिया था और घटना को अंजाम देकर आज्ञात आरोपी मौके से फरार होगए थे। इस घटना को हुऐ लगभग 12 महीने से अधिक का समय बीत गया लेकिन थरियाव पुलिस है की खुलासे के नामपर सिर्फ खाक छानती नजर आरही है। बताया जाता है की हत्या का खुलासा नहीं होने के पीछे बड़ा कारण हल्का पुलिस कर्मियों की नाकामी बताई जा रही है इसी वजह के चलते इतना समय बीत जाने के बाद भी थरियाव पुलिस हत्यारो को सलाखों के पीछे भेजनें मे नाकाम रही है। वही आपको बतादें थरियाव पुलिस की नाकामी का यह कोई पहला मामला नहीं है। जिसका खुलासा करने मे फेल रही है। इस पहले थरियाव थाना क्षेत्र के अम्बापुर के पास हाइवे पर पड़े लगभग 30 टन वजनी लोहे के बेलन को चोरो ने पार कर दिया और थरियाव पुलिस सोती रहगाई, उक्त चोरी का भी सुराग आज तक नहीं लगा सकी थरियाव पुलिस , वही सीतापुर गावं के अंबोल मौर्या के घर से 21 लाख की चोरी, मीसा प्राथमिक विद्यालय से सोलर पैनल चोरी, थरियाव के अमित टेलीकोम से नकदी चोरी, सराय मोहन सलेमपुर के जीतेन्द्र शर्मा के घर से लाखो की चोरी, थरियाव कस्बे के केसरवानी परचून की दुकान से 40 हजार की चोरी की वारदाते हुई है वही बीते दिनों थरियाव कस्बे मे हुई चोरी की वारदात के बाद चोर सी सी टी वी कैमरे मे कैद होगया था लेकिन थरियाव पुलिस है की चोर को ढूंढने मे नाकाम रही। इसी के चलते पेशेवर अपराधी आज भी थरियाव पुलिस की पकड़ से कोसो दूर है। देखने वाली बात यह की आने वाले दिनों मे रामरतन हत्याकांड समेत दर्जन भर हुई चोरियो का खुलासा करने मे थरियाव पुलिस कामयाब होंगी या यूही जांच के नामपर सिर्फ खाक छानते रहेंगे।
जबकि सूत्र बताते है। शिकायती पत्र लेने वाले दिवान के इसारे पर इन दिनों अवैध कार्यों की भरमार होगई है। वही सूत्र की माने तो थरियाव थाने का सबसे चर्चित सरिया चोरी कांड मे भी इस दिवान के तार जुड़े थे लेकिन जुगाड़ के दमपर दिवान अपने आप को बचाने मे कामयाब होगया था, इन दिनों उसी दिवान की चर्चा पुरे थाना क्षेत्र में चल रही है। की शिकायत पत्र मिलते ही पुलिस अधिकारियो को गुमराह करते हुऐ कार्यवाही को छोड़ कर अवैध वसूली के लिए अपने दलालो को सक्रिय कर देता है, जिसके चलते थाना पहुँचे ने वालों फरियादियों को न्याय पाने में बड़ी बधा बन रहा है।