चर्चा आज की फतेहपुर ब्यूरो
फतेहपुर। विजयीपुर विकासखण्ड अधिकतर ग्राम पंचायतों में निर्वाचित महिला ग्राम प्रधानों की जगह पंचायतो का कार्यभार कामकाज प्रधान प्रतिनिधि बन कार्यभार कामकाज संभाल रहे हैं। निर्वाचित महिला प्रधानों को गांव की बागडोर संभालने के बजाय घूंघट की आड व घरेलू कामकाज तक ही सीमित रही। मिनी सचिवालय पंचायत भवनों में महिला प्रधानों की जगह कार खास पति,देवर पुत्र,बैठको में प्रधान प्रतिनिधि बन सम्मिलित हो प्रतिभा कर रहे हैं।
ब्लॉक क्षेत्र के अधिकतर ग्राम पंचायतों में महिला प्रधानों की जगह कार खास कामकाज संभाल रहे हैं। पंचायतों में जनता दर्शन जनसुनवाई के नाम पर महिला प्रधानी नाम मात्र भी जनता के बीच रूबरू नहीं हो पा रही। अनुमन यह देखने को मिल रहा है की निर्वाचित महिला प्रधानों नाम मात्र की प्रधान बन कर रह गई है।प्रमुख सरकारी कागजातों पर दस्तखत हस्ताक्षर व विशेष कार्यक्रम सिवा महिला प्रधाने कहीं कभी नजर नहीं आती। ब्लाक स्तरीय बैठकों में विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत के महिला प्रधानों की जगह पुरुष प्रधान प्रतिनिधि बन प्रतिभा कर रहे हैं। जिम्मेदार ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा संबंधित विषय पर पर्दा डाल नियमों पर कभी अमल नहीं किया गया। महिला प्रधानों की जगह सरपंच बन प्रतिनिधि धाक व असमानता का व्यवहार जनता के प्रति भेदभाव अपना पराया रखते हैं ।जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
इस बाबत मामले को लेकर मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना ने कहा कि मामला जानकारी में नहीं था, यदि महिला प्रधानों की जगह कोई कारखास या प्रतिनिधि बनकर कार्य करता है बैठकों में प्रतिभा करता है तो पंचायती राज एक्ट के तहत कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी।