हमीरपुर ब्यूरो :–
मौदहा कोतवाली क्षेत्र के गड़रिया खेर (चकदहा)निवासी अधेड़ जगन्नाथ कुशवाहा पुत्र लल्ली उर्फ खुशाली का शव रविवार सुबह कोतवाली क्षेत्र के लरौंद रोड़ किनारे झाड़ियों में पड़ा मिला।ग्रामीणों ने शव देखा और धीरे-धीरे खबर पूरे क्षेत्र में फैल गई ,जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली।सूचना मिलने पर सीओ सदर मौदहा कोतवाली पुलिस ,फोरेंसिक टीम और डॉगस्क्वाड ने घटना स्थल पहुँचकर साक्ष्य इकट्ठे किये।वहीं मृतक की पत्नी जयदेवी और अन्य परिजनों ने इसे हत्या बताया है और पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध बताई।मृतक की पत्नी ने बताया कि भूमि संबंधी एक मामले को लेकर कुछ लोगों ने घर से ले जाने के बाद उसकी हत्या कर सड़क किनारे झाड़ियों में शव फेंक दिया।बताया कि कुछ दिन पहले पिता के नाम की कुछ भूमि निकट के गांव लरौंद प्रधान पति को बेची थी। जिसका 13 लख रुपए ही उसको मिल पाया ,शेष बड़ी रकम अभी भी उसे मिलनी थी।पत्नी के अनुसार शनिवार शाम पाँच बजे लरौंद निवासी देशराज का पुत्र व अशोक दुबे का पुत्र बाइक से आए थे ,जिनके साथ चकदहा निवासी विनोद व बोधन भी थे, को उसके पति को बाइक पर बैठाकर ले गए थे।जब देर रात तक उसका पति घर नहीं लौटा तो पत्नी ने पति को घर से ले जाने वाले युवकों से फोन कर पूँछा जिसपर उन लोगों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया ,जिसके बाद वह रात लगभग दस बजे अपने भाई राजाबाबू के साथ कोतवाली पहुँची।महिला ने बताया कि पुलिस ने उसे आड़े हाँथों लेते हुए वहां से भगा दिया।मृतक की पत्नी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने अगर मामले में अगर गंभीरता दिखाई होती तो उसके पति की हत्या नहीं होती।वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा है और शक के आधार पर कुछ लोगों को पूँछतांछ के लिए उठाया है।बताया गया कि मृतक ई रिक्शा चलाकर अपना परिवार पालता था ,जो अपने पीछे वृद्ध पिता, पत्नी व पांच मासूम बच्चों को बेसहारा छोड़ गया है।