शिक्षण संस्थाओं में मना संविधान दिवस:
मछलीशहर। होरिल राव इंटर कॉलेज कुंवरपुर सहित अन्य शिक्षण संस्थानों में संविधान दिवस पर भव्य आयोजन किया गया। शिक्षक कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं के समक्ष डॉ. हरीश कुमार द्वारा संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया एवं सभी लोगों द्वारा शपथ ली गई। प्रधानाचार्य रविंद्र नाथ शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संविधान हमें आजाद देश का आजाद नागरिक होने का एहसास दिलाता है। वहीं मौलिक कर्तव्य हमारी ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाता और हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है। हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि आपका अधिकार दूसरे का कर्तव्य है एवं आपका कर्तव्य दूसरे का अधिकार है। यह एक दूसरे के पूरक है। सरकार ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को सम्मान दिलाने के उद्देश्य से संविधान दिवस मनाने का निर्णय लिया है। उप प्रधानाचार्य डॉ. देवेंद्र नाथ दीक्षित ने अपने उद्बोधन में कहा की 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने इसे स्वीकार कर लिया जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। हमारा देश विविधता में एकता को समेटे हुए है। भारतीय संविधान सभा ने भी लगभग 60 से अधिक देशों कनाडा ऑस्ट्रेलिया आयरलैंड ग्रेट ब्रिटेन रूस जर्मनी जापान आदि का अध्ययन कर उनके खूबसूरत व अच्छे विचारों को आत्मसात कर लिया। राम नारायण बिंद ने अंग्रेजी में भाषण देते हुए संविधान के महत्व व उसके अनुसार आचरण करने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया।छात्राएं क्रमशः दीपंजालि, हर्षित, नैन्सी, दिशा, श्रद्धा पटेल आदि ने निबंध भाषण के माध्यम से संविधान दिवस आयोजन में चार चांद लगा दिया। छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति मनमोहन रही। संविधान दिवस समारोह का संचालन प्रवक्ताआशुतोष चंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर बाबा साहब के चित्र पर पुष्प और माला अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस अवसर पर लाल जी नागर,चंद्रसेन सिंह, राकेश कुमार मौर्य, राजेंद्र प्रसाद यादव, जयप्रकाश सिंह, विकास कुमार गुप्त ,सुनील सिंह एवं समस्त शिक्षक, कर्मचारी और छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।इसी तरह नगर के फौजदार इंटर कालेज,भगवान प्रसाद सिंह जूनियर हाई स्कूल जमालपुर,बृजराजी भोलानाथ इंटर कालेज मतरी,सेंट जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल, शांति मेमोरियल इंटर कॉलेज मछलीशहर सहित विद्यालयों में भी संविधान दिवस मनाया गया।