आगरा देश अभी किसान आंदोलन को भूला नहीं है, एमएसपी की गारंटी को लेकर किसानों ने जो आंदोलन शुरू किया उसने वृहद एवं उग्र रूप ले लिया था। इसी किसान आंदोलन के चलते केंद्र सरकार को झुकना पड़ा था और तीन नए कृषि कानून को वापस लेना पड़ा था। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) का आरोप है कि केंद्र सरकार ने आंदोलन के दौरान जो वादा किया था उससे अब सरकार मुंह मोड़ती दिखाई दे रही है।
केंद्र सरकार एमएसपी को लेकर कोई कानून नहीं लाती है तो आंदोलन को मजबूर होंगे किसान
केंद्र सरकार को एक बार फिर एमएसपी गारंटी का आश्वासन देने की याद दिलाई जा रही है, अगर केंद्र सरकार एमएसपी को लेकर कोई कानून नहीं लाती तो एक बार फिर किसान आंदोलन को मजबूर होंगे। यह कहना था जिला मुख्यालय पर सैकड़ों किसानों के साथ पहुंचे किसान यूनियन के नेता राजवीर लवानिया का। भारतीय किसान यूनियन ( टिकैत ) एक बार फिर एमएसपी गारंटी को लेकर आंदोलन करती हुई दिखाई दे रही है। राष्ट्रीय नेतृत्व के आदेश पर किसान नेता जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। कलेक्ट्रेट पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए वादा खिलाफी का आरोप लगा कर जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक किसानों को एमएसपी की गारंटी नहीं मिल जाती तब तक भारतीय किसान यूनियन आंदोलनरत रहेगी।
सरकार ने वादा खिलाफी कर यू टर्न ले लिया
बीकेयू के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया ने कहा कि सरकार ने वादा खिलाफी की है और यू टर्न ले लिया है। केंद्र ने किसान आंदोलन के दौरान एमएसपी गारंटी को लेकर संसद में चर्चा करने एवं कमेटी बनाई जाने की बात कही थी लेकिन अब किंग सरकार अपनी बात से मुकर रही है। केंद्र ने एमएसपी गारंटी को लेकर यू टर्न ले लिया है। किसान नेता ने कहा कि एमएसपी गारंटी किसानों का जन्मसिद्ध अधिकार है, जिसे वह लेकर रहेगा। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस के दिन हम भी शपथ लेते हैं कि जब तक किसानों को एमएसपी की गारंटी नहीं मिल जाती तब तक भारतीय किसान यूनियन शांत बैठने वाली नहीं है।
आगरा से हजारों किसान दिल्ली कूच करने के लिए तैयार
उन्होंने कहा कि नेतृत्व द्वारा अगर पुणे आंदोलन का आदेश दिया जाता है तो आगरा से हजारों किसान दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं। राजवीर लवानिया ने कहा कि अभी केंद्रीय नेतृत्व द्वारा जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन एवं अपनी मांगों को अधिकारियों तक पहुंचाने की निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को जिला मुख्यालय पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता भारी संख्या में पहुंचकर प्रदर्शन कर प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दे रहे हैं जिससे उनकी मांग केंद्र तक पहुंच सके।