नई दिल्ली: स्टैनफोर्ड में प्रशिक्षित चिकित्सक और अर्थशास्त्री जय भट्टाचार्य को राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप ने आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) के अगले निदेशक के रूप में नामित किया गया है. ट्रंप ने एक ट्रुथ सोशल पोस्ट में घोषणा करते हुए लिखा कि मैं जय भट्टाचार्य, एमडी, पीएचडी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक के रूप में नामित करते हुए रोमांचित हूं. डॉ. भट्टाचार्य राष्ट्र के चिकित्सा अनुसंधान को निर्देशित करने और महत्वपूर्ण खोज करने के लिए रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर काम करेंगे, जिससे स्वास्थ्य में सुधार होगा और जीवन बचेंगे.
भट्टाचार्य ने इस सप्ताह रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर से मुलाकात की. कैनेडी को ट्रंप की ओर से स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग का नेतृत्व करने के लिए नामित किया गया है. यह संस्था NIH और अन्य स्वास्थ्य एजेंसियों की देखरेख करता है. द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार डॉ. जय भट्टाचार्य के पास NIH को सुधारने की अपनी दृष्टि है. जिसने ट्रंप को काफी प्रभावित किया.
एनआईएच सैकड़ों हजारों शोधकर्ताओं को वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है. इसके अलावा मैरीलैंड परिसर में विभिन्न नैदानिक परीक्षणों की देखरेख करना, दवाओं और उपचारों को विकसित करने के लिए विभिन्न प्रयासों को प्रायोजित करने का काम करता है. एनआईएच निदेशक के लिए नामांकित व्यक्ति की सीनेट द्वारा पुष्टि आवश्यक है. जो जनवरी के महीने में रिपब्लिकन पार्टी के पास होगा. भट्टाचार्य का मानना है कि एनआईएच को अपना ध्यान अधिक नवीन शोध को वित्तपोषित करने में लगाने के साथ-साथ लंबे समय से सेवारत कुछ अधिकारियों के प्रभाव को कम करने में लगाना चाहिए.
केनेडी जूनियर ने ट्रंप के अगले प्रशासन के लिए शीर्ष स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों और डिप्टी को चुनने में केंद्रीय भूमिका निभाई है. जिसमें जॉन्स हॉपकिन्स सर्जन मार्टी मकरी शामिल हैं, जिन्हें ट्रम्प ने खाद्य और औषधि प्रशासन का नेतृत्व करने के लिए चुना है. आंतरिक चिकित्सा चिकित्सक और फ्लोरिडा के पूर्व रिपब्लिकन कांग्रेसी डेव वेल्डन को ट्रंप ने रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों का नेतृत्व करने के लिए चुना है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भट्टाचार्य और मकरी ने देश की कोरोनावायरस प्रतिक्रिया की जांच के लिए प्रस्तावित आयोग के खाके पर एक साथ काम किया.
भट्टाचार्य महामारी के शुरुआती दिनों में संघीय सरकार की COVID-19 प्रतिक्रिया के एक प्रमुख आलोचक थे. उन्होंने अक्टूबर 2020 में ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें सरकार से महामारी लॉकडाउन को वापस लेने लेकिन कमजोर आबादी, जैसे कि बुजुर्गों के लिए ‘केंद्रित सुरक्षा’ बनाए रखने का आह्वान किया गया था.
इस सुझाव का रिपब्लिकन सांसदों और कई अमेरिकियों ने समर्थन किया, जो लॉकडाउन के आलोचक थे. हालांकि, तत्कालीन NIH निदेशक फ्रांसिस एस. कोलिन्स सहित सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस प्रस्ताव की आलोचना करते हुए इसे खतरनाक बताया था. क्योंकि COVID-19 का प्रसार ऐसे समय में हो रहा था जब टीके अभी तक उपलब्ध नहीं थे.