24 नवंबर कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी वृन्दावन, मथुरा स्थित प्रेम मंदिर से 24 नवंबर की सुबह अपनी दोनों बहन के साथ तीन गाड़ियों से दिल्ली के लिए निकली थी। यमुना एक्सप्रेस वे पर नोएडा के करीब दनकौर में ड्राइवर ने गाड़ी को लघुशंका जाने के लिए रोका, पीछे से ट्रक आया और तीनों गाड़ियों को चपेट में ले लिया। डॉ. बिशाखा की अपोलो हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई, सात लोग घायल हैं। 28 नवंबर को वृन्दावन में डॉ. विशाखा त्रिपाठी का अंतिम संस्कार होगा
26 नवंबर आगरा के पंचवती कॉलोनी के रहने वाले रौनक सलूजा अपने साथी विकास के साथ 26 नवंबर की सुबह चार बजे दिल्ली जाने के लिए कार से निकले थे। उन्हें दिल्ली से अपनी स्पोटर्स की दुकान के लिए सामान लेना था। यमुना एक्सप्रेस वे पर बल्देव के पास सुबह पांच बजे कार डिवाइडर से टकरा गई। विकास की मदद करने के लिए रौनक गाड़ी से बाहर निकले, बताया जा रहा है कि किसी वाहन ने उन्हें चपेट में ले लिया और मौत हो गई। हादसे में रौनक और उनके साथ ही विकास दोनों की मौत हो गई।
27 नवंबर आगरा के राधा नगर कमला नगर के रहने वाले जूनियर डॉक्टर अनिरुद्ध वर्मा सैफई मेडिकल कॉलेज से पीजी कर रहे हैं। वे अपने दोस्तों के साथ शादी में लखनऊ गए थे। वहां से मंगलवार की रात को सैफई के लिए स्कार्पियो से लौट रहे थे। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर कन्नौज के पास स्कार्पियो डिवाइडर से टकराने के बाद आगरा से लखनऊ के रास्ते पर आ गई, ट्रक ने स्कोर्पियो को चपेट में ले लिया। स्कार्पियों में छह लोग थे, इसमें से डॉ.अनिरुद्ध वर्मा सहित पांच जूनियर डॉक्टरों की मौके पर ही मौत हो गई। उनका साथी जयवीर अस्पताल में भर्ती है।
सुबह 3 से पांच बजे के बीच हो रहे हादसे
एक्सप्रेस पर हादसे सुबह तीन से पांच बजे के बीच हुए हैं। यही वह समय होता है जब नींद का झोका आता है। इस दौरान एक्सप्रेस वे पर चलने से बचना चाहिए, एक्सप्रेस वे खाली होता है इसलिए गाड़ी की स्पीड बढ़ जाती है, ब्रेक भी नहीं लगाने होते हैं इससे नींद आने की संभावना ज्यादा रहती है।