चित्रकूट – धार्मिक नगरी चित्रकूट में वैसे तो मझगवां के शराब माफिया द्वारा साल के 365 दिन शराब की पैकारी की जाती है, मगर हर माह लगने वाले अमावस्या मेले में खास इंतजाम किए जाते हैं, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की कृपा से पुलिस प्रशासन के आशीर्वाद से शराब माफिया कल लगने वाले और शाम की खेँप में देर रात तक अंग्रेजी शराब धार्मिक क्षेत्र की करीब 30 दुकानों में डंप कराने की तैयारी में है, विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक मझगवां और चौरहा शराब दुकान से सफेद कलर की स्विफ्ट कार एवं लाल कलर की अल्टो कार से रजौला तक पहुंच रहीं शराब की पेटियां इसके बाद लाल कलर की अल्टो से गोदावरी सेजवर के बीच पड़ने वाले गांवों में शराब की पेटियां फुटकर दुकानदारों के यहां पहुंच रहीं, जबकि लोकल तीर्थ क्षेत्र में ब्लैक कलर की मोटरसाइकिल से बोरी में पेटियां भरकर पूरे चित्रकूट की फुटकर दुकानों में शराब की पेटियां पहुंचाने की जिम्मेदारी गब्बर की है। इतना ही नहीं चित्रकूट में शराब की तस्करी के लिए जिम्मेदारों की कृपा से चित्रकूट में 8 पैकारों की फौज तैयार हो गई है। जो धर्मनगरी चित्रकूट की आस्था में जहर घोलने का काम करते हैं , अमावस्या मेले में होने वाली भीड़ में प्रसाद भंडारों की बजाय फुटकर शराब दुकानदारों के जरिए करीब लाख की शराब परोसने की तैयारी की जा रही है, चित्रकूट में शराब की बिक्री चाय पान की दुकानों, नाश्ते की दुकानों, घरों, किराना दुकानों, नमकीन बिस्कुट, गुटखा बेचने वाले झोपड़ियों, डिब्बों, ठेलों में शराब की बोतलें आसानी से मिल जाती हैं, जबकि सरकार के भ्रष्ट कागजों में पवित्र नगरी चित्रकूट में मांस मदिरा की बिक्री पर प्रतिबंध लगा हुआ , लेकिन धार्मिक नगरी में शराब की पैकारी बंद नहीं हो सकती वर्ना जनप्रतिनिधियों, पुलिस प्रशासन के जिम्मेदारों की ऊपरी कमाई और ऊपरी खर्चे कैसे चलेंगे ?