किसी कंपनी के आईपीओ (IPO) पर निवेशक इस उम्मीद के साथ दांव लगाता है कि उसे लिस्टिंग के दिन से ही फायदा मिलना शुरू हो जाएगा। लेकिन इस मामले में फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस (Fusion Micro Finance) का आईपीओ निवेशकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है। कंपनी ने स्टॉक मार्केट में आज डेब्यू किया है। लेकिन फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस के शेयर 2.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 360.50 रुपये के लेवल पर बीएसई में लिस्ट हुए। दोपहर 12.12 मिनट पर कंपनी के शेयर का भाव 11 लुढ़क कर 327 रुपये के लेवल पर आ गया है। वहीं, प्री-ओपनिंग सेशन में तो कंपनी के शेयरों का और बुला हाल था। तब एक समय फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस के स्टॉक का भाव 32 प्रतिशत तक टूट गया था। बता दें, कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 350 रुपये से 368 रुपये तय किया था।
कंपनी का कारोबार क्या है?
नई दिल्ली हेडक्वॉर्टर वाली कंपनी देश भर में महिलाओं को फाइनेंशियल सर्विसेज उपलब्ध कराती है। कंपनी का बिजनेस ज्वाइंट लायबिलिटी ग्रुप लेडिंग मॉडल पर चलता है, जिसमें कुछ महिलाएं मिलकर एक ग्रुप (ग्रुप में आमतौर पर 5 से 7 महिलाएं होती हैं) बनाती हैं। ग्रुप में महिलाएं एक-दूसरे के लोन की गारंटी देती है। वर्तमान में कंपनी के पास 2.9 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं और 966 ब्रांच का नेटवर्क है। भारत में 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 377 जिलों में फैले 9,262 स्थायी कर्मचारी हैं। बत दें, फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस का आईपीओ 2 नवंबर 2022 को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हुआ था और यह शुक्रवार 4 नवंबर तक दांव लगाने के लिए खुला था।
SME के लिए सिक्योर्ड लोन इकाई खोलने की तैयारी
फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस के आईपीओ में 600 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर का फ्रेश इश्यू और प्रमोटर्स, मौजूदा शेयरहोल्डर्स की तरफ से 13,695,466 शेयरों का ऑफर ऑफ सेल (OFS) था। कंपनी, SME के लिए सिक्योर्ड लोन इकाई खोलने की तैयारी में है। बता दें, 1104 करोड़ रुपये के इस आईपीओ को मिला जुला-रिस्पॉस मिला था। सब्सक्रिप्शन के दौरान कंपनी के आईपीओ को 2.95 प्रतिशत बोलियां प्राप्त हुई थीं।