बुलंदशहर। लखावटी उप डाकघर के निलंबित उप डाकपाल राहुल कुमार ने रविवार सुबह लगभग पांच बजे ट्रेन से कटकर जान दे दी। उप डाकपाल को पिछले महीने ही लगभग ढ़ाई करोड़ रुपये के गबन के मामले में बाबू और चपरासी के साथ निलंबित किया गया था।
शुक्रवार की शाम सीबीआई टीम ने उप डाकपाल से इनके घर पहुंचकर पूछताछ की थी। मरने से पहले उप डाकपाल ने सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें इन्होंने गंभीर आरोप विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगाए हैं।
ढाई करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगा था
नगर कोतवाली क्षेत्र के गिरधारी नगर निवासी 38 वर्षीय राहुल कुमार पुत्र इन्द्रजीत डाक विभाग में नौकरी करते थे। वह लखावटी उप डाकघर में उप डाकपाल के पद पर तैनात थे। डाक अधीक्षक ने लगभग ढाई करोड़ के गबन के मामले में उप डाकपाल राहुल कुमार समेत बाबू गोपाल और चपरासी जय प्रकाश को 26 नवंबर को निलंबित किया था। इनके ऊपर ढ़ाई करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। इसी मामले शुक्रवार की शाम सीबीआई की टीम ने गिरधारी नगर स्थित उनके आवास पर पहुंचकर घंटों तक पूछताछ की थी। इसके बाद से वह तनाव में चल रहे थे।
पूछताछ के बाद तनाव में थे, सुबह ट्रेन से कटकर दी जान
रविवार की सुबह लगभग पांच बजे गिरधारीनगर के पास से गुजर रहे ट्रैक पर ट्रेन से कटकर जान दे दी। सूचना मिलते ही स्वजन मौके पर पहुंचे और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते हुए मेरठ के लिए रेफर कर दिया। मेरठ जाते समय रास्ते में राहुल कुमार ने दम तोड़ दिया।
सुसाइड नोट में लगाया एक ग्राहक और मंडलीय जांच टीम पर आरोप
पुलिस के मुताबिक राहुल कुमार के खिलाफ डाक अधिकारियों ने सीबीआइ की भ्रष्टाचार निरोधक ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी। सुसाइड नोट में उप डाकपाल ने मंडलीय जांच टीम और एक ग्राहक पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
इससे पहले त्रिभूभुवन प्रताप सिंह भी कर चुके हैं आत्महत्या
इसी तरह सीबीआई की जांच के बाद 21 अगस्त को डाक अधीक्षक त्रिभूभुवन प्रताप सिंह ने भी अपने अलीगढ़ आवास पर आत्महत्या कर ली थी। राहुल कुमार अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी के साथ परिवार को छोड़ कर गए हैं। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।