पुलिस प्रशासन का लगा तैनाती मामला शांति कायम करने का।




चर्चा आज की ब्योरोचीफ विकास पाठक जनपद जौनपुर उत्तर प्रदेश से रिपोर्ट।
जनपद जाैनपुर के मुल्ला-टोला मोहल्ले में कब्रिस्तान के बीचों-बीच मौजूद शिवलिंग को खंडित करने का आरोप सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस भी सक्रिय हो गई। पुलिस अधिकारी ने इस पर कहा है कि ऐसी चीजों पर ध्यान न दें। माैके पर शिवलिंग सही स्थिति में स्थापित है।
जौनपुर के नगर कोतवाली क्षेत्र के मुल्ला-टोला मोहल्ले में कब्रिस्तान के बीचों-बीच मौजूद शिवलिंग को खंडित करने के आरोप को लेकर बीते दिन शुक्रवार को हिंदू पक्ष के लोगों ने कोतवाली का घेराव किया। उन्होंने शिवलिंग को सुरक्षित रखने के लिए मंदिर बनाने की मांग की तो मुस्लिम पक्ष सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगा रहा है। जिसके बाद से उस स्थल के पास पीएसी बल तैनात कर दी गई है।
मुफ्ती मोहल्ला वार्ड के हिंदू पक्ष के रतन मौर्य ने आरोप लगाया कि मुल्ला टोला में कब्रिस्तान के बीच में ऐतिहासिक शिवलिंग है, जिसकी लंबे समय से उनके पूर्वज पूजा करते चले आ रहे हैं। बार-बार कुछ अराजक तत्व इसको खंडित करने की कोशिश करते रहते हैं। जिसको लेकर हिंदू पक्ष के लोग शुक्रवार को कोतवाली का घेराव किए।
उनकी मांग है कि शिवलिंग को घेरकर या फिर मंदिर बनाकर सुरक्षित किया जाए। उनके पिता बताते थे कि यहां आठ फीट मोटा पीपल हुआ करता था, जहां जल चढ़ाने के बाद वहीं गणेश और राधा-कृष्ण के मूर्ति की लोग पूजा करते थे। करीब 28 साल पहले पीपल का पेड़ सूखकर गिर गया तो वहां बड़े आकार का शिवलिंग निकला। जिसकी लोग रोजाना पूजा-अर्चन कर जल चढ़ाया करते थे।
यहां पर मुस्लिम आबादी ज्यादा होने के कारण यहां पर मौर्या परिवार के लोग डर के कारण खालिसपुर गांव जाकर बस गए। फिर भी चार परिवार के करीब 15 से 20 सदस्य शिवलिंग की पूजा करते रहे।
हिंदू पक्ष की शिकायत व मुस्लिम पक्ष की आबादी को देखते हुए वहां पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। शुक्रवार सायं ही सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रनंदन सिंह ने पुलिस बल के साथ वहां पहुंचकर पूरे मामले की पड़ताल की। इस दौरान शांति व्यवस्था का कायम रखने के लिए प्रकाश व कैमरे आदि लगाने का निर्देश दिया।
बोला मुस्लिम पक्ष
मुल्ला टोला के कब्रिस्तान में शिवलिंग है। जिसका डीएम के समक्ष हिंदू व मुस्लिम पक्ष में समझौता हुआ था। पहले यहां पीपल के पेड़ के नीचे छोटे-छोट पत्थर हुआ करते थे, जहां लोग पूजा करते थे। 2016 में पीपल का पेड़ गिर गया तो वहां शिवलिंग रखा गया। किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं थी। झूठी अफवाह उड़ाकर सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। – फैसल यासीन, पूर्व सभासद, मुफ्ती मोहल्ला।इनकी भी सुनें हिंदू पक्ष की शिकायत पर मुल्ला टोला में जाकर देखा गया। जहां पता चला कि बहुत पहले यहां पर मंदिर में शिवलिंग व पीपल का पेड़ था। पीपल का पेड़ गिर गया तो कमरे भी टूट गए। वर्तमान में खुले में है। यहां लोग निर्माण कराना चाह रहे है। यहां पर रोजाना पूजा नहीं होती, साल में दो से तीन बार कभी पूजा होती है। सतर्कता को देखते हुए प्रकाश व पीएसी बल की व्यवस्था कर दी गई है। साथ ही अस्थायी कैमरे भी लगवाए जा रहे हैं। इंद्रनंदन सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट।
शिवलिंग क्षतिग्रस्त की सूचना पूरी तरह से गलत है। वहां पूजा पाठ करने में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं है। सतर्कता की दृष्टिकोण से पुलिस फोर्स लगा दी गई है।
